नई
दिल्ली। देश में इस साल मानसून सामान्य रहने का अनुमान है। मौसम विभाग की
इस घोषणा से लाखों किसानों ने राहत की सांस ली है जिन्हें पिछले साल सूखे
की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ा था।
भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि जून से सितंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिम
मानसून दीर्घकालिक औसत का 98 फीसदी रहने का अनुमान है। दक्षिण-पश्चिम
मानसून का दीर्घकालिक औसत 89 सेंटीमीटर माना जाता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था को ऊर्जा प्रदान करने के लिए सामान्य मानसून
आवश्यक है क्योंकि देश में 23.5 करोड़ से अधिक लोग रोजी-रोटी के लिए किसानी
पर निर्भर हैं। पिछले महीने जिनीवा स्थित विश्व मौसम संगठन ने कहा कि अल
नीनो चरम पर पहुंच चुका था, लेकिन इसके निष्क्रिय होने से पहले साल के
मध्य तक जलवायु पर इसका असर पड़ने की संभावना है।
उल्लेखनीय है कि अल नीनो मानसून के अनुमान में एक मुख्य कारक है जो
मध्य एवं पूर्वी प्रशांत महासागर की मौसमी गर्मी है। यह लातिन अमेरिका के
पश्चिम में समुद्र के ऊपर मौसम को प्रभावित करता है।