राशन की किल्लत और गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की सूचियों में
धांधलीं को लेकर मंगलवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ। पूरा विपक्ष
उत्तेजित था। स्पीकर ने इस पर बुधवार को सदन में बहस का यकीन दिलाते हुए
स्थिति को बिगड़ने से बचा लिया।
पीडीपी के विधायक पीर मोहम्मद हुसैन ने आरोप लगाया कि उनके ही निर्वाचन
क्षेत्र में ऐसे परिवार को बीपीएल सूचियों में शामिल किया गया है जो इसके
हकदार ही नहीं हैं।
वहीं, भाजपा विधायक भारत भूषण ने बीपीएल, एपीएन और एएवाई के तहत
डीलरशिप हासिल करने के लिए आवेदनों का निपटारा न होने का कारण पूछा जबकि
उनकी ही पार्टी के प्रो गारू राम भगत ने आरएसपुरा में सरकारी डिपुओं की
निष्क्रियता के बारे में सदन का ध्यान दिलाया। अन्य सदस्यों ने पूरक
प्रश्नों की झड़ी लगा दी। सभी राशन की किल्लत पर उत्तेजित नजर आ रहे थे।
सीएपीडी मंत्री कमर अली आखून ने सदन को बताया कि सभी जिला उपायुक्तों
की अध्यक्षता में बीपीएल वर्ग की निशानदेही के लिए समिति बनाई गई है।
इनमें धांधलीें की छानबीन की जा रही है। उन्होंने कहा कि डीलरशिप के आवंटन
के लिए एक योजना बनाई जा रही है ताकि आवंटन में किसी भी प्रकार के भाई
भतीजावाद को रोकते हुए योग्यता के आधार पर आवेदनों का निपटारा हो सके।
उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने हालांकि प्रति राशन कार्ड रियासत को
सिर्फ 35 किलो राशन ही उपलब्ध करा रही है, लेकिन राज्य सरकार ने रियासत
में सूखे को देखते हुए प्रति राशनकार्ड 50 किलो राशन देने का फैसला किया
है। इस अतिरिक्त राशन का खर्च राज्य सरकार ही उठाएगी।
मंत्री के जवाब पर विपक्ष के विधायक उत्तेजित हो उठे। पैंथर्स पार्टी
के विधायक बलवंत सिंह मनकोटिया ने कहा कि सूचियों की जांच और उनमें शामिल
लोगों की पड़ताल कौन कर रहा है? उन्होंने कहा कि हमारे लोगों को राशन नहीं
मिल रहा है, हम अपने इलाकों में नहीं जा सकते।
भाजपा नेता प्रो चमन लाल गुप्ता ने कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी खुद बीपीएल सूचियों में धांधली की बात
स्वीकारी है, राशन की भारी कमी है।
माकपा नेता मोहम्मद युसुफ तारीगामी ने कहा कि यह मामला बार बार सदन में
आता है। इस पर सरकार को बहस करानी चाहिए। इस पर अन्य सदस्य भी अपनी सीटों
पर खड़े हो गए और राशन की कमी व बीपीएल में धांधली पर हंगामा करने लगे।
सदस्यों को उत्तेजित देख स्पीकर ने कहा कि इस मामले पर बुधवार को
प्रश्नकाल के बाद आधे घंटे की बहस होगी। उसके बाद सभी शांत हो गए।