प्रदेश में 17 फीसदी बढ़ा ग्रीन कवर

शिमला.
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया की ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्य का ग्रीन कवर
(हरित आवरण) 27 फीसदी से बढ़कर 44 फीसदी हो गया है। चार हजार मीटर से अधिक
ऊंचाई वाले क्षेत्रों को वन क्षेत्र से बाहर रखा जाता है तो हिमाचल प्रदेश
के अलावा देश के अन्य चार राज्यों के वनाच्छदित क्षेत्र में भी वृद्धि हुई
है।

जम्मू कश्मीर में यह 12 फीसदी से बढ़कर 33 फीसदी, सिक्किम में 46 फीसदी
से 84 फीसदी और उत्तराखंड में 47 प्रतिशत से बढ़कर 59 फीसदी हुआ है।
रिपोर्ट ने पहली बार इस आधार पर ये तथ्य सामने लाए हैं कि इससे अधिक उंचाई
वाले क्षेत्रों में पेड़ों का उगना संभव नहीं होता। चार हजार से मीटर से
अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों को भी अगर वन क्षेत्र में गिना जाता है तो उस
स्थिति में भी वनाच्छादित क्षेत्र में दो वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की वृद्धि
हुई है।

प्रदेश का अत्यंत सघन वन क्षेत्र हांलाकि कुछ कम हुआ है, लेकिन कुल
मिलाकर हरित आवरण में वृद्धि दर्ज की गई है। इसका मुख्य कारण सड़को का
निर्माण और लघु विद्युत परियोजनाओं का निर्माण रहा है। राज्य के खुले वन
क्षेत्र में बढ़ोतरी कांगड़ा जिले में दर्ज की गई है। राज्य का कुल दर्ज
वन क्षेत्र 37033 वर्ग किलोमीटर आंका गया है जिसमें रिजर्व वन क्षेत्र
5.13 फीसदी, संरक्षित वन क्षेत्र 89.27 फीसदी है।

लेकिन सघन वन क्षेत्र में आई कमी

पिछले सर्वे रिपोर्ट की तुलना में राज्य में सघन वन क्षेत्र 3 वर्ग
किलोमीटर कम हुआ जबकि खुले वन क्षेत्र में 5 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र की
वृद्धि हुई है। सघन वन क्षेत्र में कमी सिरमौर और सोलन जिले में आंकी गई
है। फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया के क्षेत्रीय निदेशक हेमंत कुमार गुप्ता के
अनुसार वन क्षेत्र में दो किमी. की वृद्धि हुई है।


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