जागरण ब्यूरो, चंडीगढ़ : पंजाब सरकार ने वर्ष 2010-11 के पेराई सीजन के लिए गन्ने का मूल्य अगेती, मध्यम और पिछली किस्म के लिए क्रमश: 200, 195 और 190 रुपये प्रति क्विंटल निश्चित किया है। यह फैसला आज सोमवार को यहां पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की अध्यक्षता में शूगरकेन कंट्रोल बोर्ड की बैठक में लिया गया।
ज्ञात हो राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2009-10 के पेराई सीज़न दौरान गन्ने की अगेती, मध्यम और पिछली किस्म के लिए पहले यह मूल्य क्रमश:180,175 और 170 प्रति क्विंटल था।
पंजाब सरकार ने राज्य में बंद पड़ी व घाटे में चल रही सहकारी चीनी मिलों को चलाने के लिए माहिरों की टीम से एक सर्वेक्षण करवाया गया था उसकी रिपोर्ट को लेकर भी बैठक में चर्चा हुई यह रिपोर्ट सरकार को 22 अक्टूबर तक मिल जानी है। इसी रिपोर्ट के आधार पर सहकारी चीनी मिलों को चलाने के लिए नई रणनीति तय की जाएगी।
राज्य में घटिया किस्म के गुड़ की बिक्री रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने गन्ना कमिश्नर को कहा कि राज्य के सभी गुड़ उत्पादकों को पंजीकृत किया जाए और स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि गुड़ के बेहतर उत्पादन को विश्सनीय बनाने के लिए नियमित रूप से सैंपलों की चैकिंग की जाए। उन्होंने कहा कि इन गुड़ उत्पादकों से पंजीकरण फीस नही ली जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आशा व्यक्त की कि प्रति क्विंटल 20 रुपये गन्ने के मूल्य में वृद्धि होने से गन्ना उत्पादकों और प्राइवेट एवं सहकारी क्षेत्र और चीनी उद्योग को लाभ होगा।