बिहार बाढ़ विभीषिका समिति और दिल्ली यंग आर्टिस्ट फोरम कोसी नदी की बाढ़ से होने वाली सालाना तबाही पर जनजागरण के लिए १७ से २४ नवंबर के बीत भगत सिंह पार्क से संसद भवन तक एक साईकिल रैली का आयोजन कर रहा है। साईकिल रैली से दिल्ली के तमाम इलाकों के भ्रमण की योजना बनायी गई है।
साल २००८ में कोसी नदी में आई बाढ़ में सैकड़ों लोगों की जान गई और करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ। बेघर-बार हुए लोग जीविका की तलाश में आस-पास के इलाकों से लेकर बड़े शहरों तक विस्थापित होने पर मजबूर हुए। साल १९९० के बाद से सरकार ने विकास की जो नीतियां बनायी हैं उन नीतियों से बिहार के आप्रवासी मजदूरों की स्थितियों में कोई सुधार नहीं आया है। आज महानगरों की झुग्गी बस्तियों में लाखों आप्रवासी बिहारी मजदूर दयनीय दशा में देखे जा सकते हैं। ये मजदूर ज्यादातर असंगठित क्षेत्र में रोजी रोटी कमा रहे हैं जहां उनकी अधिकारों की तनिक भी रक्षा नहीं हो पाती। साईकिल रैली का उद्देश्य कोसी की सालाना बाढ़-विभीषिका सहित ऐसे तमाम मुद्दे पर जनजागरण करना है ताकि विभन्न तबकों के प्रवासी मजदूरों के बीच इन मुद्दों पर एका कायम की जा सके।
नीचे बिहार बाढ़ विभीषिका समिति और दिल्ली यंग आर्टिस्ट फोरम द्वारा जारी प्रेसनोट का मूल प्रारुप दिया जा रहा है।
दिल्ली यंग आर्टिस्ट्स फोरम
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भगत सिंह पार्क से संसद भवन
- बिहार में बाढ़ से लगातार तबाही, हजारों कि मौत, लाखों बेघर, करोडों का नुकसान,
- लगातार सैलाब के बाद इस वर्ष सूखे ने भी तबाही मचाई, किसान बेहाल
- लोगों का शहर की ओर लगातार प्रवास
- तथाकथित विकास ने बढाई और बेरोज़गारी
- महिला मजदूरों पर दोतरफा हमला – माहौल और रोज़गार दोनों असुरक्षित
- दिल्ली में प्रवास कर रहे लोगों की बदहाल स्थिति
- विकास के नाम पर पेड़ों की कटाई बेंतहा – विकास हेतु मशीनीकरण पर उर्जा खपत हद से ज्यादा – मौसम में भयावह बदलाव
- मजदूरों की बहुतायत के कारण घटती मजदूरी एवं हनन होते मानवाधिकार व बुनियादी हक
- एक तरफ लोग पिने के पानी, चिकित्सा , शिक्षा , जल निकासी और बिजली जैसी समस्याओं से त्राहि-त्राहि , दूसरी तरफ झूठी शान में कामनवेल्थ गेम्स पर खर्च
घटी मजूरी, न बुनयादी ज़रुरत ही हुयी पूरी
क्रम |
रूट /> |
दिनांक |
1 |
भगत सिंह पार्क |
1400 – 17 नवम्बर 09 |
2 |
आई टी ओ |
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3 |
लक्ष्मी नगर |
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4 |
मंडावली |
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5 |
विनोद नगर |
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6 |
पटपड़ गंज औद्योगित एरिया
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7 |
सीलमपुर |
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8 |
शाहदरा |
रात्री पड़ाव |
9 |
सीमापुरी |
18 नवम्बर 09 |
10 |
दिलशाद गार्डन |
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11 |
सुन्दर नगरी |
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12 |
नन्द नगरी |
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13 |
गोकुलपुरी |
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14 |
सोनिया विहार |
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15 | वजीराबाद पुल |
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16 |
मजनू का टीला |
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17 |
दिल्ली विश्विद्यालय |
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18 |
कमला नगर |
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19 |
घंटा घर |
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20 |
कौशल पुरी |
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21 |
आजादपुर |
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22 |
वजीरपुर |
रात्रि पड़ाव |
23 |
प्रेमबाड़ी पुल |
19 नवम्बर 09 |
24 |
टी वी टावर |
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25 |
मधुबन चौक |
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26 |
रोहिणी – ३ |
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27 |
पत्थर मार्केट |
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28 |
बुध विहार |
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29 |
रोहिणी – २४ |
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30 |
शाहाबाद दौलतपुर |
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31 |
हैदरपुर |
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32 |
भलस्वा |
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33 |
स्वरुप नगर |
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34 |
होलम्बी कला |
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35 |
होलम्बी खुर्द |
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36 |
टीकड़ी खुर्द |
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37 |
बवाना |
size="2"> style="font-size: 16pt">रात्रि पड़ाव |
38 |
कंझावला |
20 नवम्बर 09 |
39 |
शाब्दा |
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40 |
नागलोई |
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41 |
प्रेम नगर |
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42 |
पीरा गढ़ी |
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43 |
भैरो इन्कलेव |
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44 |
रान्हौला |
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45 |
शिव विहार |
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46 |
हस्तसाल |
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47 |
विकास पुरी |
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48 |
उत्तमनगर |
रात्रि पड़ाव |
49 |
ककरौला |
21 नवम्बर 09 |
50 |
पप्पन कला |
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51 |
द्वारका |
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52 |
मंगला पुरी |
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53 |
सागरपुर |
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54 |
मायापुरी |
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55 |
नारायण |
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56 |
धुला कुआँ |
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57 |
बिहार निवास |
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58 |
बिहार भवन |
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59 |
मोतीबाग बस्ती |
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60 |
कनक दुर्गा बस्ती |
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62 |
सोनिया कैम्प |
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63 |
एकता विहार |
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64 |
हनुमान कैम्प |
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65 |
रविदास कैम्प |
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66 |
कुसुमपुर |
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67 |
कुली कैम्प |
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68 |
जे एन यू |
रात्रि पड़ाव |
69 |
मोतीलाल कैम्प |
22 नवम्बर 09 |
70 |
आई आई टी |
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71 |
लाडो सराय |
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72 |
बेगम पुर |
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73 |
खान पुर |
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74 |
तिगडी |
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75 |
संगम विहार |
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76 |
तुग्लाका बाद |
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77 |
ओखला औ |
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78 |
बदर पुर |
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79 |
मोलर बंद |
रात्रि पड़ाव |
80 |
मदनपुर खादर
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23 नवम्बर 09 |