वनांचल के कई स्कूलों में ताला तो कहीं मध्याह्न भोजन के बाद छुट्टी

चिल्फीघाटी। प्रदेश भर में शिक्षाकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से पिछले 3 दिनों से वनांचल की शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है। कहीं स्कूल बंद है तो कहीं समूह द्वारा मध्यान्ह भोजन कराकर छुट्टी कर दी जा रही है। लेकिन शिक्षाकर्मियों की हड़ताल से प्राथमिक स्कूल चिल्फी में अनोखा नजारा देखने को मिला। जहां पर प्राइवेट स्कूल के शिक्षक बच्चों को पढ़ाते नजर आए। ये शिक्षक सरस्वती शिशु मंदिर के संकुल प्रभारी के कहने पर अपनी स्कूल छोड़ सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे हैं।


वनांचल के चिल्फी, झलमला, बोकरखार संकुल के अधिकतम स्कूल बंद होने के चलते अंचल के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षाकर्मियों की हड़ताल में चले जाने से इसका नुकसान बच्चों को खेलकूदकर उठाना पड़ रहा है। हालांकि चिल्फी के स्कूल नियमित खुल तो रहे हैं और बच्चों को खाना भी मिल रहा है, लेकिन जो पड़े बच्चों को मिलनी चाहिए वो नहीं मिल पा रहा है। अंचल के अधिकतम स्कूल बंद होने से बच्चों को खेल में समय बिताना पड़ रहा है। शिक्षक अपनी मांगों को लेकर 3 दिनों से हड़ताल पर चले जाने से नियमित मिलने वाला मध्यान्ह भोजन का लाभ बच्चों को नहीं रहा है। हड़ताल की वजह से अंचल के स्कूलों में खामोशी सी छा गई है।


2 शिक्षक के भरोसे 500 छात्र-छात्राएं


अंचल का एकमात्र हायर सेकंडरी स्कूल चिल्फी में लगभग 500 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। जिनको मात्र 2 शिक्षक पढ़ा रहे हैं जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सामने अर्धवार्षिक व बोर्ड परीक्षाएं हैं ऐसे में इसका खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में बच्चे खुद एक दूसरे से पूछ कर पढ़ाई करने मजबूर हैं।

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पंडरिया क्षेत्र के कई स्कूलों में तालाबंदी की नौबत

फोटो- 23,24


पांडातराई। पंडरिया विकासखंड के लगभग 400 स्कूलों के 1450 शिक्षाकर्मी संविलियन समेत अपनी 8 सूत्री मांगों को लेकर आज चौथे दिन भी हड़ताल पर बैठे रहे। शिक्षाकर्मियों की हड़ताल से पंडरिया क्षेत्र के कई स्कूल में तालाबंदी की नौबत आ चुकी है। वहीं कई स्कूल 1 या 2 शिक्षक के भरोसे चल रहे हैं। इससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। शिक्षक न होने के कारण छात्र कक्षा में बैठकर पढ़ाई करने के बजाय स्कूल से भाग रहे हैं। वहीं शिक्षाकर्मी संगठन विकासखंड मुख्यालय के सामने धरना दे रहे हैं। हड़ताल के चौथे दिन 23 नवंबर को भी विकासंखंड के सभी शासकीय विद्यालय के शिक्षक जनपद पंचायत पंडरिया के सामने धरना प्रदार्शन जारी रखा। जिसके कारण गांव देहात में संचालित शासकीय शिक्षण संस्थाओं में अध्ययन-अध्यापन कार्य ठप रहा। साथ ही मध्यान्ह भोजन पर भी असर पड़ा।


कांग्रेसियों ने दिया समर्थन

शिक्षाकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चौथे दिन हड़ताल में शामिल शिक्षकों को धरना स्थल पर जाकर कांग्रेसी नेता अर्जुन तिवारी, मनीष शर्मा ने समर्थन दिया।

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स्वाभिमान व हक की लड़ाई : गजराज

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कवर्धा। शिक्षाकर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रही। शिक्षाकर्मी अपनी पुरानी व बहुप्रतीक्षित मांग संविलियन सहित अन्य प्रमुख मांगों को लेकर 20 नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। ब्लाक मुख्यालय सहसपुर लोहारा में शिक्षाकर्मी धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। धरना को संबोधित करते हुए शिक्षक पंचायत नगरीय निकायमोर्चा के जिला संचालक शिवेंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि सरकार हमारी अनदेखी कर रही है। सरकार ने शराब दुकानों का शासकीयकरण तुरंत कर दिया। लेकिन शिक्षाकर्मियों का शासकीयकरण नही किया जा रहा है, बड़े दुर्भाग्य की बात है। प्रदेश प्रतिनिधि गजराज सिंह राजपूत ने कहा कि सरकार शिक्षाकर्मियों के साथ वादा खिलाफी व भेदभाव कर रही है। यह लड़ाई शिक्षाकर्मियों के स्वाभिमान व हक की लड़ाई है। हम अपनी मांगों को लेकर अडिग हैं। इस बार निर्णायक संघर्ष होगा। जिला उपसंचालक अब्दुल आसिफ खान ने कहा कि शिक्षाकर्मी 18 वर्षों से शिक्षा विभाग व आदिम जाति कल्याण विभाग में संविलियन करने की मांग कर रहे हैं लेकिन शासन वादा करने के बाद भी मांगों को पूरा नहीं कर रहा है। धरना को ब्लाक संचालक राकेश जोशी व वकील बेग मिर्जा के अलावा फलेश्वर राजपूत, देवानंद त्रिपाठी सहित अन्य शिक्षाकर्मियों ने भी संबोधित किया। शिक्षाकर्मियों का कहना है कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित करना उनका मकसद नहीं है बल्कि उनकी लड़ाई शासन की अव्यवस्था के खिलाफ है।

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