रायपुर। आधार कार्ड से राशन कार्ड लिंक नहीं होगा तो हाथ मलना पड़ेगा। करीब दो लाख परिवारों के कार्डधारियों को हर महीने पखवाड़ा बीतने के बाद ही राशन मिलेगा। खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के फरमान के बाद राजधानी में 30 हजार परिवार प्रभावित हो गए हैं।
इन परिवारों को राशन नहीं दिया जा रहा। नतीजा ये है कि लोग राशन के लिए भटक रहे हैं। 30 हजार राशन कार्ड अकेले रायपुर में आधार कार्ड से लिंक नहीं हो पाए हैं। रायपुर में 3 लाख 29 हजार कार्डधारक हैं।
विभाग की लापरवाही से हुई देरी
आधार से कार्ड लिंक न होने की वजह खुद खाद्य विभाग भी है। इसके पहले गरीबी रेखा के नीचे गुजर-बसर करने वाले राज्य के 2 लाख 72 हजार लोगों के राशन कार्ड गलत आधार नंबर से लिंक हो गये थे, लिहाजा पीडीएस के तहत शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन नहीं दिया जा रहा है। कुछ लोगों को दोबारा लिंक कराने की जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
लक्ष्य हो गया ध्वस्त
केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को 30 जून तक हर हालत में सभी राशन कार्ड के निर्देश जारी किए हैं। पीडीएस की वेबसाइट में अपडेट करना होता है। इसके बाद भी न ही आम लोगों ने कोई जद्दोजहद की और न ही अफसरों ने अनिवार्य रूप से आधार कार्ड से लिंक कराने के लिए काम किया।
ऐसे फरमान की जरूरत क्यों
जिला प्रशासन कार्डधारियों से आधार लिंक कराने में नाकाम साबित हुआ है। ऐसे में लोगों पर दबाव बनाने के लिए उच्च स्तर पर ऐसा फरमान जारी किया गया है। लोगों में इस फरमान के बाद बेचैनी बढ़ गई है। समय पर राशन नहीं मिलने से परिवार सकते में हैं।
उच्च स्तर से आया आदेश
यह जिला स्तर पर नहीं, बल्कि उच्च स्तर पर निर्देश मिला है कि जिनके कार्ड आधार से लिंक नहीं हो पाए हैं, उन्हें हर महीने 15 दिन के बाद ही राशन दिया जाए। – जीएस राठौर, खाद्य नियंत्रक, रायपुर