पटना : प्रदेश के कई जिलों में टीकाकरण की पहुंच 80 फीसदी से कम

पटना : टीकाकरण से छूटे बच्चों और माताओं को लेकर सरकारें गंभीर हैं. बाकायदा केंद्र सरकार ने विशेष अभियान चलाकर इन जिलों को कवर करने के निर्देश दिये हैं. इसी के लिये ‘सघन मिशन इंद्रधनुष’ अभियान राज्य में अगले माह से चलेगा.

यह अभियान बिहार के 15 जिलों सहित पटना के शहरी क्षेत्र में नवंबर से चलेगा. दरअसल, अक्तूबर में शुरुआत करनी थी. परंतु बाढ़ को लेकर सरकारी मशीनरी व्यस्त थी, इसलिये ऐसा नहीं हो सका था. खास बात यह है कि इसके लिये संबंधित क्षेत्रों में सर्वे शुरू हो चुका है. जो बच्चे छूटे हैं, मातायें छूटी हैं, उनको कवर करना है. इसके बाद तीन स्तरीय जांच करायी जायेगी. पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद ही सरकार इस खास अभियान को यहां विराम देगी. प्रथम चरण में आशाओं से जांच करायी जायेगी. इसके बाद विभाग स्तर से और अंतिम में स्वयंसेवी संस्थाओं से रिपोर्ट मिलने के बाद ही सरकार कदम आगे बढ़ायेगी.

मिशन की सफलता के लिए होगी तीन स्तरीय जांच

सरकार का जोर है कि टीकाकरण से कोई बच्चा न छूटे. गर्भवती महिलाओं को भी समय-समय पर टीके लगाये जा रहे हैं. केंद्र सरकार ने संपूर्ण टीकारण अभियान के रूप में पहले ‘मिशन इंद्रधनुष’ अभियान चलाया था. बाद में इसका नाम ‘सघन मिशन इंद्रधनुष’ कर दिया गया है. इस अभियान में केंद्र सरकार ने उन जिलों को शामिल किया है, जहां टीकारण का प्रतिशत 80 से कम है.

हालांकि इसको लेकर अधिकारी कुछ स्पष्ट नहीं कह रहे हैं. अधिकारियों का यह जरूर मानना है कि कई बिंदुओं पर समीक्षा करने के बाद सरकार ने बिहार के 15 जिलों सहित पटना के शहरी क्षेत्र में गहन अभियान चलाने के निर्देश दिये हैं. एनएफएचएस-4 के आंकड़ों के सामने आने के बाद केंद्र सरकार ने विभिन्न बिंदुओं पर फोकस करते हुये जरूरत के हिसाब से विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है.

इन जिलों पर फोकस

अररिया, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, गया, कटिहार, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, नवादा, सारण, शेखपुरा, शिवहर, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण और पटना जिला का शहरी क्षेत्र.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *