श्रमिकों के मेधावी बच्चों की शिक्षा में अब सरकार ने मदद करने का फैसला किया है। कर्मकार कल्याण बोर्ड ने नई शिक्षा सहायता योजना लांच कर दी है। इसमें श्रमिकों के मेधावी बच्चों को सौ से 5 हजार प्रति माह के हिसाब से सहायता दी जाएगी। इस बार तकनीकी और मेडिकल पढ़ाई के लिए भी बोर्ड ने अलग-अलग सहायता की धनराशि तय की है।
श्रम विभाग ने कर्मकार कल्याण बोर्ड की पुरानी योजनाओं में बदलाव किया है। साथ ही कुछ नई योजनाएं शुरू की गईं हैं। उसी कड़ी में संत रविदास शिक्षा सहायता योजना लांच कर पहली बार प्रति माह सहायता का भुगतान का प्रावधान किया गया है। अब कक्षा एक पांच तक सौ रुपए प्रतिमाह, कक्षा 6 से 8 तक डेढ़ सौ, कक्षा 9 से 10 में 200, कक्षा 11 से 12 में 250, आईटीआई या समकक्ष प्रशिक्षण से संबंधित कोर्स के लिए 500, पॉलीटेक्निक कोर्स में 800, इंजीनियरिंग कोर्स के लिए 3 हजार और मेडिकल कोर्स में 5 हजार प्रति माह भुगतान का प्रावधान किया गया है।
योजना का लाभ प्रदेश में निवास कर रहे रजिस्टर्ड श्रमिकों को ही मिलेगा। श्रमिकों के दो मेधावी बच्चों को मदद का प्रावधान किया गया है। बोर्ड ने मेधावी का पैमाना भी तय किया है। श्रमिकों के बच्चों को कक्षा 5 से उच्च शिक्षा तक में 55 फीसदी अंक पाने पर ही योजना का लाभ मिलेगा।
उपश्रमायुक्त कानपुर क्षेत्र राजेश मिश्र का कहना है कि योजना में आवेदन करने के लिए श्रम विभाग एकल विंडो खिड़की खोल दी है। श्रमिक या उनके बच्चे यहां आकर अपना आवेदन दाखिल कर सकते हैं। कोर्स में प्राप्तांक का ब्योरा भी देना होगा। सत्यापन के बाद मदद शुरू कर दी जाएगी। प्रदेश में लगभग बीस लाख रजिस्टर्ड श्रमिक हैं जिनके सभी मेधावी बच्चे योजना का लाभ पाएंगे।