बिहार के 13 जिलों में बाढ़ से हाहाकार मची है। सीतामढ़ी, अररिया, भागलपुर, सालमारी, कटिहार, सनोली, किसनगंज के कई गांवों में पानी घुस गया है। एनडीआरएफ की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी है। पटना में भी गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। पटना के गांधी घाट में गंगा खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है। जिसके बाद वहां बाढ़ का अलर्ट जारी कर दिया गया है।
राहत में जुटी सेना
छह जिले में एक इंजीनियर टास्क फोर्स तैनात है। कटिहार में अब तक 39 लोग, अररिया में 122 मधुबनी से 19, सीतामढ़ी से 90 लोग, चंपारण से 20 लोग, कल से अब तक बचाव टीम ने कुल 270 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। 15 अगस्त को 134 लोगों को बचाया गया था। लोगों को फुड पैके्टस बांटे जा रहे हैं।
पुनपुन और अन्य छोटी नदियां पहले से ही उफान पर हैं। इसके बाद जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने सभी बीडीओ और सीओ को अलर्ट जारी किया है। गांधी घाट पर खतरे का निशान 48.60 मीटर है। बुधवार की शाम गंगा यहां 48.17 मीटर तक पहुंच चुकी थी। पुनपुन नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है।
यह कई दिनों से खतरे के निशान के आसपास है। पिछले दिनों हुई बारिश के बाद इसके जलस्तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है। जहानाबाद के किंजर में प्रत्येक घंटे तीन सेंटीमीटर की गति से जलस्तर बढ़ रहा है। पटना के श्रीपालपुर में प्रत्येक घंटे 2 सेंटीमीटर की दर से बढ़ रहा है। वहीं, सोन नदी भी अपने उफान पर है।
डीएम ने अधिकारियों को सतर्क करने निर्देश दिया है कि 17 तक संसाधनों की उपलब्धता की रिपोर्ट दें। इसमें फ्लड लाइटिंग के अलावा अंचलवार बालू, क्रेट, बोरा, नाव सहित अन्य संसाधनों की उपलब्धता की रिपोर्ट मांगी गई है। कमजोर तटबंधों की तत्काल मरम्मत करा लेंगे। जहां पहले से बाढ़ आने की रिपोर्ट है, वहां विशेष सतर्कता बरतें।
शर्मनाक: देखिये, बिहार में पुलिस के सामने बाढ़ में फेंके जा रहे हैं शव!
डीएम ने कहा है कि एसडीओ जल संसाधन विभाग के फ्लड लाइटिंग की उपलब्धता की व्यक्तिगत रूप से जांच कर 24 घंटे के अन्दर रिपोर्ट दें। मुख्यालय में 24 घंटे मौजूद रहें। एसडीओ को निर्देश दिया गया है कि वे औचक रूप से विशेष कर रात्रि में पदाधिकारियों की उपस्थिति की जांच करें। आवश्यकता पड़ने पर कैम्प चलाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे टेन्ट, तिरपाल, खाना बनाने की व्यवस्था, कैम्प में डॉक्टर, पेयजल सहित अन्य अपेक्षित व्यवस्थाओं के लिए अग्रिम तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। गंगा का जल स्तर बढ़ने के कारण गांधी घाट पर लगे जहाज को रस्से से बांधते कर्मचारी ।
डीएम संजय कुमार अग्रवाल ने सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर बाढ़ आने के पहले तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया है। उन्होंने संभावित क्षेत्रों में राहत शिविर के लिए जगह चिन्हित करने को कहा है। उन्होंन कहा है कि सभी निजी नावों की सूची अंचल एवं अनुमंडल स्तर पर एकत्रित कर लें। लाइफ जैकेट की पर्याप्त मात्र में उपलब्धता सुनिश्चित करें। संभावित बाढ़ की आपदा से प्रभावितपरिवारों को राहत पहुंचाने के लिए हर तरह के संसाधन समय रहते उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
बाढ़ का कहर: बिहार-यूपी में दो दिन में 90 की मौत, बचाव में जुटी सेना
बाढ़ पीड़ितों के लिए जुटाई गई खाद्य सामग्री पटना। भाजपा पटना महानगर दीघा विधानसभा के चितकोहरा चावल बाजार के दुकानों से बाढ़ पीड़ितों के लिए खाद्य सामग्री एकत्रित किया। यह सामग्री बाढ़ पीड़ितों का पहुंचाया जाएगा। सामग्री एकत्रित के दौरान दीघा विधायक डॉ संजीव चौरसिया, मंडल अध्यक्ष जवाहर केसरी, महामंत्री सुनील साही, ओम प्रकाश, विश्वनाथ सिंह, प्रवीण सिंह, रंजीत कुमार, राज शेखर गुप्ता शामिल थे।