उत्तरप्रदेश में मुख्यमंत्री के शुक्रवार को आगमन को लेकर तैयारियों में दिन रात एक किए हुए प्रशासन ने प्रसूता की खबर नहीं ली। बुधवार की देर रात प्रसूता बाढ़ राहत केन्द्र के पास ही सड़क पर तड़पती रही और केन्द्र पर तैनात कर्मी व अधिकारी तमाशबीन बने रहे। आखिर में रात के अंधेरे में उसे पैदल व कन्धे पर लाद कर उपकेन्द्र चन्द्रभानपुर तक पहुंचाया गया। रात 11 बजे तक चली इस कवायद के दौरान परिजन ऐम्बुलेंस के लिए 102 व 108 पर फोन करते रहे पर एम्बुलेंस नहीं आयी।
इधर बाढ़ राहत केन्द्र पर लगी एम्बुलेंस भी नदारत रही। मामला बाढ़ प्रभावित इलाके प्रतापपुर के मजरा लोनियन पुरवा का है। दरअसल बुधवार की रात अनिल की पत्नी रेखा को प्रसवपीड़ा शुरू हो गयी। बाढ़ होने व गांव पूरी तरह पानी से घिरा होने के चलते प्रसूता को परिजन नाव से बाढ़राहत केन्द्रपाल्हापुर तक लाये। पर यहां का नजारा देख वह दंग रह गये। यहां मुख्यमंत्री के आने को लेकर तैयारियां चल रही थी। सब के सब कागजी घोड़े दौड़ाने की जुगत भिड़ाने में व्यस्त थे। तो वहीं पास ही में हेलीपैड व मंच बनाने का काम जोरों पर था।
अब ऐसे में प्रसव पीड़ा से तड़प रही इस प्रसूता की खबर कौन लेता। यहां न तो डाक्टर ही मौजूद थे और न ही बाढ़ पीड़ितों के लिए लगायी गयी एम्बुलेंस ही मौजूद थी। कुछ लोगों ने 102 और 108 एम्बुलेंस को भी फोन लगाया पर सब बेकार निकला। रात के 11 बजे प्रसूता की हालत खराब देख परिजनों ने उसे पैदल ही अपने कंधो पर लाद कर जननी उपकेन्द्र चन्द्रभानपुर तक पहुंचाया। जहां तैनात उर्मिला तिवारी एएनएम की देखरेख में उसका प्रसव कराया गया। एएनएम ने बताया कि अगर समय रहते प्रसूता यहां न लायी जाती तो जच्चा व बच्चा दोनों को खतरा हो सकता था। एसडीएम अर्चना वर्मा ने बताया कि वे छुट्टी पर है। इसकी जानकारी नहीं है।
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लखनऊ से चल कर हेलीकॉप्टर से गोंडा की करनैलगंज तहसील के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पहुंचेगें। मुख्यमंत्री बाढ़ राहत केन्द्र पाल्हापुर में विभागीय अधिकारियों के साथ राहत और बचाव कार्य की समीक्षा करने के बाद बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात करेगे। इसके बाद उनके किसी एक बाढ़ ग्रस्त गांव जाने की भी सूचना है। इस दौरान मुख्यमंत्री बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री का भी वितरण करेगे। जिला प्रशासन ने पाल्हापुर बाढ़ राहत केन्द्र के निकट हेलीपैड बनवाया है। सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये जा रहे हैं।