लखनऊः उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के साथ ही अपराधियों के हौसले भी बुलंद हो गये. सूबे में अपराधियों ने ताबड़तोड़ हत्या की घटनाआें के साथ ही रेप की वारदात को भी अंजाम दिया है. मंगलवार को विधानसभा सत्र के दौरान पूछे गये सवाल में सरकार ने इस बात को माना है कि योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के बाद उत्तर प्रदेश में आपराधिक घटनाआें में तेजी आयी है, लेकिन उसका यह भी कहना है कि पुलिस-प्रशासन की आेर से आपराधिक घटनाआें पर काबू करने के लिए कार्रवार्इ भी की गयी.
विधानसभा में सरकार की आेर से एक सवाल के जवाब में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के शुरुआती करीब दो महीनों में राज्य में बलात्कार की 803 तथा हत्या की 729 घटनाएं हुई हैं. संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में कहा कि इस साल 15 मार्च से नौ मई के बीच प्रदेश में हत्या की 729, बलात्कार की 803, लूट की 799, अपहरण की 2682 तथा डकैती की 60 वारदात हुई. सपा सदस्य शैलेन्द्र यादव ललई ने यह मुद्दा उठाते हुए सरकार से एक निश्चित अवधि के दौरान हुई आपराधिक वारदात और उन्हें रोकने के लिए उठाये गये कदमों के बारे में जानना चाहा था.
हालांकि, सपा सदस्य के सवाल पर मंत्री ने अपनी सफार्इ में यह भी कहा कि हत्या के 67.16 प्रतिशत मामलों में कार्रवार्इ की गयी है. वहीं, बलात्कार के मामलों में यह आंकड़ा 71.12 फीसदी, अपहरण के मामलों में 52.23 फीसदी, डकैती के मामलों में 67.05 फीसदी तथा लूट के मामलों में 81.88 फीसदी है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा इन मामलों में से तीन के अभियुक्तों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील की गयी है. गैंगस्टर एक्ट के मामलों में 126 तथा गुंडा एक्ट के मामलों में 131 लोगों के खिलाफ कार्रवार्इ की गयी है.
सपा सदस्य पारसनाथ यादव ने इसी अवधि में पिछले वर्षों के दौरान अपराध के तुलनात्मक आंकड़े बताने को कहा, लेकिन मंत्री के पास वे आंकड़े तत्काल उपलब्ध नहीं थे. सदन में सपा और विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी ने सरकार के जवाब से असंतुष्टि जताते हुए आरोप लगाया कि सरकार कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर नाकाम हो चुकी है.
इसके साथ ही सपा के सदस्य सदन से बाहर चले गये. कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने कोई सवाल पूछना चाहा, लेकिन शोर के बीच उनकी आवाज नहीं सुनी जा सकी. उन्होंने कहा कि बहुमत के बल पर विपक्ष की आवाज को दबाया नहीं जा सकता.