धमतरी/भखारा। कर्ज के बोझ से दबे धमतरी जिले के एक और किसान संतराम हिरवानी (52) ने बुधवार को फांसी लगा ली। इससे पूर्व 26 जून को कुरुद ब्लॉक के ग्राम बगदेही के किसान चंद्रहास हिरवानी ने खुदकुशी कर ली थी।
जिला मुख्यालय से करीब 23 किमी दूर भखारा के अमलीडीह निवासी संतराम के चार बेटियों की शादी हो चुकी है। बेटा रायपुर में किसी दवा कंपनी में काम करता है। बुधवार दोपहर करीब 12 बजे पत्नी सावित्री बाई बाड़ी में स्नान करने गई थी। वहां से लौटी तो मवेशियों के तबेले में संतराम को फांसी पर लटका पाया। शोर मचाने पर पड़ोसी जुट गए और घटना की सूचना पुलिस को दी।
मृतक के बड़े भाई हरीराम हिरवानी, हसदा निवासी दोस्त खमेन्द्र हिरवानी व पत्नी ने बताया कि संतराम पर 10 लाख रुपए से ज्यादा का कर्ज था, जिसे उसने तीन बैंकों, साहूकार, कृषि दवा विक्रेता दुकान और गांव के एक जनप्रतिनिधि से लिया था। 8 जुलाई को हुई नेशनल लोक अदालत की पेशी में एक बैंक ने केस भी लगा दिया था, जिसमें समझौता नहीं हो पाया।
लोक अदालत में संतराम के साथ गए पड़ोसी डामनलाल ने बताया कि वहां से आने के बाद से वह परेशान रहता था। कुछ दिन पहले एक बैंक के लोग कर्ज वसूली के लिए घर भी आए थे।
पड़ोसियों ने बताया कि संतराम के पास कुछ साल पहले तक 7 एकड़ कृषि जमीन थी। बेटियों की शादी और किसानी में नुकसान के कारण जमीन बिककर सिर्फ 90 डिसमिल रह गई है। कुछ माह पहले छोटी बेटी की शादी के पहले भी तनाव के चलते उसने जहर खाकर आत्महत्या की कोशिश की थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है।