मुंबई। पहली बार बीएमसी कचरे से कुछ बेहतर करने जा रही है। कोलाबा-बांद्रा मेट्रो-3 प्रोजेक्ट के तहत निकलने वाले मलबे का इस्तेमाल 300 एकड़ में सेंट्रल पार्क के बनाने के लिए कर रहा है। इसके लिए अरब सागर में नरीमन प्वाइंट और कफ परेड के बीच जमीम पर दावा किया गया है। यह संशोधित ड्राफ्ट डेवलपमेंट प्लान (डीपी) 2034 के तहत निर्धारित किया गया है।
सिविक चीफ अजय मेहता इस परियोजना को तेजी से पूरा करना चाहते हैं। नरीमन प्वाइंट में समुद्र किनारे ‘सेंट्रल पार्क’ के विकास के लिए बीएमसी की योजना पहले से ही ड्राइंग बोर्ड पर हैं। परियोजना की गति बढ़ाने के लिए डीपी विभाग ने मुंबई महानगर और क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) को इसके बारे में सूचना दे दी है।
मेट्रो III के लिए पर्यावरण के प्रभाव का आकलन करने वाली रिपोर्ट के मुताबिक, निर्माण के दौरान 5.40 मिलियन क्यूबिक मीटर मलबे की खुदाई होने की संभावना है। बीएमसी मेट्रो के काम के दौरान निकलने वाले इस मलबे को लेने के लिए उत्सुक है, क्योंकि इससे उसका ट्रांसपोर्टेशन खर्च बचेगा। मेट्रो लाइन के लिए शुरुआती काम शुरू कर दिया गया है और सड़कों के बीच में व किनारों पर बैरिकेटिंग लगा दिए गए हैं।
एक सिविक अधिकारी ने कहा कि दक्षिण मुंबई में मेट्रो का काम होने से परिवहन में आसानी होगी। हमने एमएमआरडीए को परियोजना के बारे में जानकारी दे दी है क्योंकि वे 300 एकड़ जमीन के आस-पास के क्षेत्रों में नियोजन प्राधिकरण हैं, जो कि सेंट्रल पार्क के लिए रिजर्व है। यदि एमएमआरडीए को इस परियोजना के बारे में कोई आपत्ति है, तो वे इसे हमारी जानकारी में लाएं।