नई दिल्ली। रेलवे को टिकटों की बिक्री के साथ ही यात्रियों के कन्फर्म टिकट और अनरिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम के जरिये कराए गए टिकटों को कैंसल कराने से मोटी कमाई हुई है। वित्तीय वर्ष 2016-2017 में रेलवे का राजस्व पिछले साल के मुकाबले 25.29 प्रतिशत बढ़ा है।
इस दौरान रेलवे को टिकट कैंसिलेशन के जरिये 14.07 अरब रुपए हासिल हुए हैं। यह जानकारी सामाजिक कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौड़ के द्वारा लगाई गई आरटीआई के जवाब में मिली है। उनकी आरटीआई पर 13 जून को भेजे जवाब में सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम (क्रिस) के एक अधिकारी ने यात्री आरक्षण प्रणाली के तहत उपलब्ध जानकारी के हवाले से यह आंकड़े दिए।
वित्तीय वर्ष 2015-2016 में रेलवे ने 11.23 अरब रुपए, साल 2014-2015 में 9.08 अरब रुपए और 2013-2014 में 9.38 अरब रुपए कमाए। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, अनारक्षित टिकटिंग प्रणाली के तहत बुक कराए गए यात्री टिकटों को रद्द कराने पर भी रेलवे का काफी खजाना भरा है।
रेलवे ने वित्तीय वर्ष 2012 -2013 में 12.98 करोड़ रुपए, 2013-2014 में 15.74 करोड़ रुपए, 2014-2015 में 14.72 करोड़ रुपए, 2015-2016 में 17.23 करोड़ रुपए और 2016-2017 में 17.87 करोड़ रुपए राजस्व जुटाया। चंद्रशेखर गौड़ ने कहा कि रेल टिकट कैंसिल कराने पर मिलने वाले रिफंड के नियमों को यात्रियों के हित में बदलना चाहिए।