महासमुंद। महासमुंद जिला मुख्यालय से 53 किमी दूर बागबाहरा ब्लॉक के मोखा में किसान मंथिर सिंह ध्रुव ने गुरुवार सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजन इसकी वजह 5-6 लाख रुपए के कर्ज को बता रहे हैं, जबकि तहसीलदार इस बात से इनकार कर रहे हैं। पखवाड़ेभर में प्रदेश में किसान की खुदकुशी का यह तीसरा मामला है। इससे पहले राजनांदगांव, कवर्धा और दुर्ग जिले में 3 किसानों ने खुदकुशी कर ली थी।
सुबह-सुबह खेत जाने की तैयारी कर रहा मंथिर घर के एक कमरे में फांसी पर लटका मिला। परिवार वालों ने आनन-फानन उसे नीचे उतारा। घटना की सूचना मिलने पर बागबाहरा एसडीओपी रूपेश कुमार डांडे व कोमाखान टीआई कोमल नेताम पुलिस कर्मियों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और पूछताछ की।
मृतक के पुत्र मोहन ने बताया कि पिता के नाम 5.88 व 1.78 हेक्टेयर जमीन है। 8 जून 2016 को पंजाब नेशनल बैंक से 2.83 लाख रुपया कर्ज लिया था। लगभग 3 लाख रुपए का कर्ज सोसायटी में भी है। 1 लाख 38 हजार 213 रुपए इसी साल रबी फसल के लिए कर्ज लिया था।
5 लाख रुपए कर्ज पर लिए ट्रैक्टर का भी 1.66 लाख रुपए बकाया है। गर्मी में बोर कराया था, जो फेल हो गया। 2 साल से फसल प्रभावित होने के कारण कर्ज ठीक से नहीं चुका पा रहे थे, इसलिए बहुत तनाव में थे।
घर के सभी लोग उन्हें समझाते थे कि सबकुछ ठीक हो जाएगा। बाघामुड़ा सोसायटी के अनुसार मंथिर का लेनदेन नियमित था। उसके पिता ने ट्रैक्टर के लिए 5 लाख रुपए का ऋण लिया था, जिसका 1 लाख 66 हजार 666 रुपए ही शेष रह गया है।
– किसान की आत्महत्या का स्पष्ट कारण पता नहीं चल पा रहा है। इस साल खरीफ सीजन में उसने 3.91 लाख रुपए का धान बेचा है। कर्ज के बारे में जानकारी ले रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि वह आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था। – एके भोई, तहसीलदार, बागबाहरा
पखवाड़ेभर में 3 मामले
12 जून : दुर्ग के पुलगांव थाना के बघेरा गांव के किसान कुलेश्वर देवांगन (50) ने कुएं में कूदकर जान दे दी थी।
16 जून : राजनांदगांव में खैरागढ़ ब्लॉक के सिंगारपुर पंचायत के आश्रित ग्राम गोपालपुर के युवा किसान भूषण गायकवाड़ (24) ने कीटनाशक सेवन कर खुदकुशी कर ली थी।
18 जून : कवर्धा जिले के वीरेंद्र नगर निवासी किसान रामझूल साहू (65) ने फांसी लगा ली थी।