रेलवे देशभर से खत्म करेगा 10 हजार से ज्यादा पद

संदीप शुक्ला, रायपुर। रेल मंत्रालय ने खर्चों पर लगाम लगाने की कवायद तेज करते हुए अब अपने सभी 17 जोन में 10 हजार 900 पद खत्म करने का फैसला लिया है। केंद्रीय रेल बोर्ड ने जोन महाप्रबंधकों को उनके यहां घटाए जाने वाले पदों की संख्या भेज दी है। बिलासपुर जोन यानी दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की बात की जाए तो यहां ऐसे 400 पद खत्म (125 तत्काल) किए जाएंगे। अनुमान है कि रेलवे में 15 लाख से ज्यादा कर्मचारी हैं।

25 मई को जारी केंद्रीय रेल बोर्ड के निदेशक (ई एंड आर) अमित सरन के इस आदेश से कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है। इसको देखते हुए रेल प्रशासन इसे सामान्य प्रक्रिया बताने में जुटा है। कहना है कि समीक्षा के बाद तय किया गया है कि सैकड़ों अनुपयोगी या कम जरूरी पद हैं, जिनके खत्म होने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। पहले चरण में 10 हजार पद चिन्हित किए गए हैं। हालांकि संख्या कई गुना ज्यादा है, जिसके लिए जोनवार इन्हें खत्म करने सालाना लक्ष्‌य दिए जा रहे हैं। बहरहाल बोर्ड ने सेंट्रल व ईस्टर्न रेलवे से 1-1 हजार पद, ईस्ट सेंट्रल रेलवे से 300, ईस्ट कोस्ट रेलवे से 700, नॉर्दन रेलवे 1500, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे 150, नॉर्थ ईस्टर्न रेलवे 700, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे 300, नॉर्थ ईस्टफ्रंटियर रेलवे से 550 पद खत्म करने कहा है। इसी तरह सदर्न रेलवे से 1500, साउथ सेंट्रल रेलवे 800, साउथ ईस्ट सेंट्रल व साउथ ईस्टर्न रेलवे 400-400, साउथ वेस्टर्न रेलवे 200, वेस्टर्न रेलवे 700, वेस्ट सेंट्रल रेलवे से 300 पद सरेंडर करवाए जाएंगे।

दपूमरे में पहले से खाली हैं 6 हजार से अधिक पद

2003 में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर में बना तब 46 हजार पद स्वीकृत थे। इनमें 40 हजार पदों पर कर्मचारी नियुक्त हुए, लेकिन बाकी 6 हजार पर आज तक भर्ती नहीं हुई। लगातार रिटायरमेंट के बाद भी नई भर्ती नहीं हो रही है।

इस तरह घटेंगे पद

अगर किसी मंडल में ट्रैकमैन के सौ पद स्वीकृत हैं। इनमें 80 नियुक्त और 20 पद खाली हैं तो 20 पदों को खत्म कर दिया जाएगा। अधिकारियों को मौजूदा व्यवस्था में काम चलाने कहा जाएगा।

दपूमरे जोन को 400 पद सरेंडर करने का लक्ष्य दिया है, जिसका विश्लेषण किया जा रहा है। जरूरत और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पद घटाए जाएंगे।

-डॉ. पीसी त्रिपाठी, सीपीआरओ दपूमरे

पहले ही जोन में हजारों पद खाली हैं। इस फैसले से रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित होगी तो बेरोजगारी बढ़ेगी। केंद्रीय संगठन के निर्देशानुसार कदम उठाएंगे।

-समीर पांडे, सहायक महामंत्री दपूमरे मजदूर कांग्रेस

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *