केंद्रीय सांख्यिकी कायार्लय (सीएसओ) के आंकड़ों के अनुसार 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष में सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) घटकर 6.6 प्रतिशत पर आ गया, जो कि 2015-16 में 7.9 प्रतिशत रहा था। नोटबंदी से 2016-17 की तीसरी और चौथी तिमाही में जीवीए प्रभावित हुआ है। इन तिमाहियों के दौरान यह घटकर क्रमश:6.7 प्रतिशत और 5.6 प्रतिशत पर आ गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाहियों में 7.3 और 8.7 प्रतिशत रहा था। नोटबंदी के बाद कृषि को छोड़कर अन्य सभी क्षेत्रों में गिरावट आई।
– अप्रैल 2017 में कच्चे तेल का उत्पादन 0.6 प्रतिशत गिरा है। पिछले वित्त वर्ष में कच्चे तेल का उत्पादन 2.5 प्रतिशत घटा है।
– प्राकृतिक गैस का उत्पादन की वृद्धि दर 2.0 प्रतिशत गिरा है। हालांकि अप्रैल 2016 से मार्च 2017 तक इसका उत्पादन 1.0 प्रतिशत घट गया है।
– सीमेंट का उत्पादन अप्रैल 2017 में 3.7 प्रतिशत गिरा है। अप्रैल 2016 से मार्च 2017 की अवधि में इसका उत्पादन 1.2 प्रतिशत की गिरावट में रहा है।
– इसी माह में इस्पात उत्पादन की वृद्धि दर 9.3 प्रतिशत रही है। पिछले वित्त वर्ष में यह वृद्धि दर 10.7 प्रतिशत दर्ज की गई है।
– रिफाईनरी का उत्पादन अप्रैल 2017 में 0.2 प्रतिशत बढ़ा है। अप्रैल 2016 से मार्च 2017 रिफाइनरी का उत्पादन 4.9 प्रतिशत बढ़ा है।
– आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल 2017 में उर्वरक का उत्पादन 6.2 प्रतिशत बढ़ा है। अप्रैल 2016 से मार्च 2017 की अवधि में इसकी वृद्धि दर 0.2 प्रतिशत रही है।