नयी दिल्ली : गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को वामपंथी उग्रवाद की स्थिति की समीक्षा के दौरान कहा कि माओवादियों ने बीते 20 बरसों के दौरान देश के करीब 12,000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया है. उन्होंने कहा कि वामपंथी कट्टरपंथ से लड़ने का बुनियादी नियम यही है कि उनकी वित्तीय संसाधनों तक की पहुंच को रोक दिया जाये. समीक्षा में केंद्रीय गृहमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें यकीन है कि पूरी ताकत और नयी रणनीति के साथ हम नक्सलियों का सफलता पूर्वक सामना कर सकेंगे.
बताया यह भी जा रहा है कि गृहमंत्री के साथ नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और आला अधिकारियों की यह बैठक दो सत्रों में दिनभर चलेगी. इसमें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के प्रचालन में राज्यों की भूमिका, इंडिया रिजर्व और स्पेशल इंडिया रिजर्व बटालियनों आदि का सृजन और तैनाती, क्षमता निर्माण और गुप्तचर विभाग से संबंधित मुद्दे शामिल होंगे. इस बैठक में राज्य पुलिस बलों में नियुक्तियां, राज्य खुफिया यूनिटों की क्षमता बढ़ाने आदि पर भी चर्चा की जायेगी. इसके अलावा, अंतरमंत्रालयी मामलों पर भी विचार-विमर्श किया जायेगा.