मुंबई। ईवीएम से छेड़छाड़ को लेकर राजनीतिक दलों के बीच बयानबाजी और बहस जारी है। इस बीच एक बेहद महत्वपूर्ण फैसला सुनाते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट ने कहा है कि ईवीएम मशीनों की फोरेंसिक जांच करवाई जाए। कोर्ट ने ने यह फैसला पुणे के पर्वती विधानसभा चुनाव क्षेत्र के ईवीएम को लेकर दिया है। संभवत: यह अपनी तरह का पहला मामला है।
2014 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में हार का सामना करने वाले एक कांग्रेस उम्मीदवार अभय छाजेड़ ने याचिका दायर कर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ किए जाने का दावा किया था। उन्होंने आरोप लगाया कि इसी वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। कोर्ट ने इसी मामले में सुनवाई करते हुए पुणे के जिलाधिकारी का आदेश दिया कि विवादित ईवीएम को फॉरेंसिक जांच के लिए लैब भेजा जाए।
बांबे हाइकोर्ट का यह आदेश इसलिए अहम है क्योंकि देशभर में चुनाव हार चुके नेता ईवीएम विरोधी माहौल बनाने में लगे हैं। तो उन्हें जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ईवीएम में गड़बड़ी कराने की चुनौती दे चुका है।