ग्राम सभा में उपस्थित नहीं हुए तो ग्रामीण को मृत घोषित कर दिया

कोतबा/जशपुर। पंचायत के द्वारा ग्राम सभा में उपस्थित नहीं होने पर ग्रामीण को पंचायत ने मृत घोषित कर उसे शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित कर दिया है। सरपंच का कहना है कि ग्राम सभा में उपस्थित न होने के कारण उसे मृत घोषित किया गया।

 

पत्थलगांव विकासखंड के पंचायत मयूरनाचा अंतर्गत ग्राम चौकीदारपारा निवासी नान साय और उसकी पत्नी बसंती उरांव को सिपर्ᆬ इसलिए पंचायत के दस्तावेजों में मृत घोषित कर दिया, क्योंकि उनका परिवार ग्राम सभा में उपस्थित नहीं होता था।

 

 

परिवार वर्षों से सरपंच सहित सचिव व जनप्रतिनिधियों से योजनाओं का लाभ लेने गुहार लगाती रही लेकिन किसी ने नहीं सुनी। नान साय का एक बेटा है, जिसे पढ़ाने के लिए भी परिवार प्रयासरत है। 15 दिन पहले जब सरपंच श्रीमती पिंकी पैंकरा के पास ग्रामीण नान साय और उसकी पत्नी बंसती उरांव गुहार लगाने पहुंची तो सरंपच ने बताया कि ग्राम सभा में उपस्थित नहीं होने के कारण पंचायत के द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया।

 

 

पंचायत के रिकार्ड में मृत घोषित किए जाने से इंदिरा अवास, उज्जवला योजना जैसी योजना का लाभ उक्त परिवार को नहीं मिल रहा है। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब है और दयनीय स्थिति में परिवार का जीवन-यापन हो रहा है।

 

 

सरपंच पिंकी पैंकरा ने बताया कि यह त्रुटि हुई है और इसकी जानकारी उसे 15 दिन पहले मिली कि पूर्व में ही परिवार के मुखिया को मृत घोषित कर दिया गया है। इसी कारण से परिवार को शासकीय योजनाओं का लाभ सीधे तौर पर नहीं मिल पा रहा है।

 

 

उन्होंने कहा कि अब इस बात का उन्हें अपᆬसोस है कि परिवार महत्वपूर्ण योजना से वंचित है और परिवार को पिᆬर से जीवित बताने और त्रुटि सुधारने प्रयास प्रारंभ कर दिया गया है। इस संबंध में पुनः परिवार को लाभ दिलाने दस्तावेज तैयार किए जा रहे हैं।

 

 

जनपद पंचायत पत्थलगांव और जशपुर जिला कार्यालय को भी जानकारी दी जा रही है और इस समस्या का समाधान के लिए मार्गदर्शन लिया जा रहा है। लेकिन क्या किसी पंचायत द्वारा किसी व्यक्ति को सिपर्ᆬ इसलिए मृत घोषित कर देना सही है कि वह निजी कारण से ग्राम सभा में उपस्थिति नहीं दे पाता है।

 

 

वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि पूरे दिन परिवार के सदस्य मजदूरी में व्यस्त रहते है। इसलिए ग्राम सभा में उपस्थिति देना उनके लिए संभव नहीं होता है।

 

 

मकान जर्जर, मजदूरी से होता है गुजारा

शासकीय योजनाओं का लाभ नहीं मिलने और खराब आर्थिक स्थिति होने के कारण नान साय का मकान जर्जर होकर गिरने की स्थिति में है। ग्रामीण को मृत घोषित किए जाने के कारण उनका नाम ओडीएफ के तहत शौचालय बनवाने वाले हितग्राहियों में भी शामिल नहीं किया गया है।

 

 

नान साय का परिवार भूमिहीन है और मजदूरी करके परिवार का मुश्किल से भरण पोषण होता है। गांव के एक परिवार के यहां लंबे समय से मजदूरी करने के एवज में परिवार ने उन्हे लगभग दो डिसमिल जमीन दी थी। जिसमें वह मकान बनाकर रह रहा है।

 

 

– पंचायत की त्रुटि से सर्वे के दौरान परिवार के मुखिया के नाम को मृत घोषित कर दिया गया। परिवार ग्राम सभा में उपस्थित नहीं होता था। यहएक गंभीर त्रुटि है जिसे स्वीकार करते हुए सुधार करने का प्रयास किया जा रहा है। अधिकारियों को भी सूचना दी जा रही है। शीघ्र ही परिवार को योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। – पिंकी पैंकरा, सरपंच, मयूरनाचा

 

 

– हितग्राही को ग्राम सभा में प्रस्तुत होना होगा। सीईओ को आवेदन देकर यदि ग्राम सभा में प्रस्तुत होता है तो उसे पुनः योजनाओं का लाभ दिया जा सकेगा। इसके लिए प्रक्रिया है। – विजय प्रताप खेस, एसडीएम, पत्थलगांव

 

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