रायपुर, नईदुनिया प्रतिनिधि। सुकमा जिले के चिंतागुफा दुष्कर्म मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने केंद्रीय गृह सचिव व छत्तीसगढ़ के डीजीपी को नोटिस भेजकर चार हफ्ते में जवाब मांगा है। आयोग ने कहा है कि 2 अप्रैल को चिंतागुफा में फोर्स के जवानों ने एक नाबालिग आदिवासी बच्ची से दुष्कर्म किया। आरोप है कि एक संघम सदस्य की तलाश में जवान सुबह 4 बजे पटेल पारा के घर में घुसे और उसकी बहन से बलात्कार किया। बचाने की कोशिश कर रहे परिजनों से भी मारपीट की गई।
आयोग को मिली शिकायत के अनुसार वारदात की शिकायत करने सुकमा गई पीड़िता व उसकी मां को पुलिस ने अनुचित ढंग से हिरासत में रखा और उन्हें बयान बदलने मजबूर किया। उस पत्रकार को भी परेशान किया जा रहा, जो इस घटना की रिपोर्टिंग करने चिंतागुफा गया था। इस मामले की शिकायत दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर ने आयोग से की थी। पुलिस पहले ही इन आरोपों को खारिज कर इसे बदनाम करने की साजिश व जवानों का मनोबाल तोड़ने की कोशिश बता चुकी है।