नोटबंदी के 100 दिन: 2000 के नकली नोट बांग्लादेश के रास्ते भारत पहुंचे

जाली नोटों पर सर्जिकल स्ट्राइक के उद्देश्य की गई नोटबंदी के 100 दिनों के भीतर ही पाकिस्तान और बांग्लादेश में 2000 के नकली नोट छपने लगे है। 2000 के जाली नोटों को बांग्लादेश के रास्ते भारत भेजा रहा है। बुधवार को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने पश्चिम बंगाल के मालदा जिले से दो लाख मूल्य के 2000 रुपये के नकली नोट जब्त किए। नकली नोटों के एक तस्कर से मिली सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई। इस तस्कर को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था।

गिरफ्तार किए गए तस्कर से बीएसएफ को सूचना मिली थी कि नकली नोट पड़ोसी बांग्लादेश से राज्य में तस्करी के जरिए लाए जा रहे हैं। चुरियंतपुर सीमा चौकी के बीएसएफ जवानों ने सीमावर्ती इलाके में तड़के विशेष अभियान चलाया, जिसमें ये नोट जब्त किए गए। बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि अभियान के दौरान हालांकि तस्कर भाग निकलने में सफल हो गए।

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के उप महानिरीक्षक (जनसंपर्क) आर.पी.एस. जायसवाल ने एक बयान में कहा, ‘जवानों के दल ने इलाके की गहन तलाशी ली और सफेद पॉलिथिन में लिपटा एक पैकेट बरामद किया। इसमें 2000 रुपये के 100 नोट थे, ये बांग्लादेश सीमा की तरफ से फेंके गए थे।’ अधिकारी ने कहा, ‘तस्कर नकली नोटों की खेप की तस्करी का प्रयास कर रहे हैं। ये नोट पुलिस और एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) द्वारा हाल में जब्त किए गए नोटों की तरह हैं।’ बीएसएफ अधिकारियों को नकली नोटों के तस्कर उमर फारूक से जानकारी मिली थी कि सीमा पर बांग्लादेश की तरफ से नकली नोट लाए जा रहे हैं। उमर को मालदा जिले से एक दिन पहले गिरफ्तार किया गया था।

 

नकली नोट छापने में ISI का हाथ

 

आपको बता दें कि 8 फरवरी को मुर्शिदाबाद जिले से पुलिस ने अजीजुर रहमान (40) नाम के तस्कर को गिरफ्तार किया था, जिसके पास से 2000 रुपये के 40 नकली नोट मिले थे। रहमान ने पूछताछ में बताया कि यह नोट कथित तौर पर ISI की सहायता से पाकिस्तान में प्रिंट हुए थे, जिनकी तस्करी बांग्लादेश के बार्डर से की गई। तस्करों ने हर एक 2000 के नोट के बदले 400-600 रुपए मांगे थे। सूत्रों के मुताबिक, जब्त किए गए नकली नोटों की जांच कराने पर पता चला कि असली 2000 के नोट के 17 में से करीब 10 सिक्योरिटी फीचर नकल किए गए हैं।

 

आगे की तरफ ट्रांसपेरेंट एरिया, वाटरमार्क, अशोक स्तंभ, बाईं तरफ लिखा शब्द Rs 2000, आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर के साथ लिखा वचन और देवनागरी में लिखी नोट की कीमत दी गई है। वहीं पीछे की तरफ चंद्रयान, स्वच्छ भारत लोगो और नोट को प्रिंट करने का साल दिया गया है। हालांकि बरामद किए गए नोटों की पेपर और प्रिंट की गुणवता उतनी अच्छी नहीं थी।

 

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