बुंडू (रांची)। लागत नहीं निकलने से परेशान किसानों ने सोमवार को लगभग एक ट्रक यानी कई क्विंटल टमाटर को सड़क पर फेंक दिया। फेंके गए टमाटर को रौंदते हुए सैकड़ों गाड़ियां पार हो गईं।
गाड़ियों के रौंदने से एक तरफ सड़क लाल हो रही थी तो दूसरी ओर किसानों का दिल भी लहूलुहान हो रहा था। यह दृश्य देख सड़क से गुजर रहे यात्रियों व बाजार पहुंचे ग्रामीणों का कलेजा भी पसीज गया।
यह दृश्य सोमवार को एनएच-33 पर बुंडू के धुर्वा मोड़ पर दिखा। मोड़ पर प्रखंड के करांबू व ओनेडीह के किसान साइकिल पर टमाटर लेकर पहुंचे थे। सभी लोग सुबह 9 बजे ही बाजार में पहुंच गए थे।
लेकिन, खरीदार नहीं पहुंचे थे। बाजार में टमाटर का मूल्य वर्तमान में 50 पैसे प्रति किलो है। लेकिन, इस कीमत के बाद भी ख्ररीदारों को टोटा था।
व्यापारियों के नहीं आने व लागत मूल्य भी नहीं मिलने से आहत किसानों ने सारे टमाटर सड़क पर फेंक दिए। देखते ही देखते सड़क पर गुजर रहीं गाड़ियों ने उनके अरमानों को रौंद दिया।
सड़क पर टमाटर फेंकने वाले किसानों में उमेश चंद्र महतो, रामचंद्र महतो, मंगल महतो, रोईदास मुंडा, गोपाल महतो, जयपाल मुंडा, सुखराम मुंडा जयलाल मुंडा, श्रीपद महतो, दवेनाथ मुंडा, कृष्णा महतो, रामसिंगार मुंडा, सुरेश महतो, पुरेंद्र महतो आदि किसान शामिल थे।
सब्जियों के मूल्य में गिरावट पिछले दो माह से बुंडू सहित पूरे पांचपरगना क्षेत्र में सब्जियों के मूल्य में गिरावट आई है। किसान औने-पौने दाम पर सब्जी बेचने को मजबूर हैं।
वर्तमान में टमाटर 30-40 रुपये (प्रति क्विंटल),पत्ता गोभी 2 रुपये पीस, फूल गोभी 2 रुपये प्रति पीस, बीन 7 रुपये किलो, बैगन 6 रुपये किलो, आलू आठ रुपये किलो व मटर 10 रुपये किलो बिक रहा है।
बड़े व्यवसायियों को रोकते हैं स्थानीय व्यवसायी किसानों के अनुसार स्थानीय सब्जी व्यवसायी बाहर के बड़े व्यवसायियों को यहां आने नहीं देते हैं।
किसानों का दर्द है कि खुद भी सब्जियों को खपा नहीं पाते और दूसरों को भी मौका नहीं देते। कई बार रिलांयस फ्रेश रांची के लिए खरीदारी करने अधिकारी पहुंचे, लेकिन स्थानीय व्यवसायियों ने उन्हें खरीदारी से रोक दिया।
स्थानीय व्यवसायियों की क्षमता नहीं है कि वह सारी सब्जियों की ख्ररीदारी कर लें। सात साल बाद भी नहीं शुरू हो सका कोल्ड स्टोरेज पूरे पांच परगना क्षेत्र में एक भी कोल्ड स्टोरेज नहीं है।
तमाड़ थाना क्षेत्र के उलीडीह गांव के समीप करकरी नदी के किनारे 7 वर्ष पूर्व कल्याण विभाग की ओर से एक कोल्ड स्टोर बनाया गया है।
लेकिन, अधिकारियों की लापरवाही के कारण उक्त कोल्ड स्टोर अभी तक चालू नहीं हुआ है। निर्यात होता है टमाटर रांची के बुंडू और आसपास के इलाकों से सैकड़ों टन टमाटर का निर्यात हर साल किया जाता है।
यहां से बिहार, बंगाल और ओडिशा के कई जिलों में टमाटर की खेप पहुंचती है।
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