रायपुर, ब्यूरो। हाइवे की शराब दुकानों को हटाकर शहरों में खोलने राज्य सरकार ने जो रणनीति बनाई है, उससे तस्वीर भयावह हो जाएगी। आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि जांजगीर में औसतन हर किलोमीटर, तो रायपुर में हर चार किमी में शराब दुकानें हो जाएंगी।
‘नईदुनिया’ ने राजधानी समेत प्रदेश के नौ बड़े शहरों की ग्राउंड रिपोर्ट ली। सभी में औसतन हर साढ़े सात (7.41) किमी पर शराब दुकान है। नगरीय प्रशासन विभाग का फरमान लागू हुआ, तो हाइवे की दुकानें अंदर आने पर यह दूरी औसतन पांच (5.18) किमी रह जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि हाइवे से शराब दुकानों को हटाया जाए। नगरीय प्रशासन विभाग पांच सौ शराब दुकानें बंद करने के बजाय नए ठेके में शहरों के बीच शिफ्ट करने में लग गया है। सभी निकायों को इनके लिए अभी से व्यवस्था करने कहा है।
‘नईदुनिया’ ने रायपुर, बिलासपुर, भिलाई, दुर्ग, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर, जगदलपुर और अंबिकापुर शहर के क्षेत्रफल, वहां मौजूदा शराब दुकानों की संख्या और हाइवे पर संचालित दुकानों का आंकड़ा निकाला। हाइवे की दुकानें शहर में लाने पर जनता किस कदर परेशान होगी, यहां जांजगीर व रायपुर की तस्वीर से समझा जा सकता है।
जांजगीर में होंगी हर किमी से भी कम में शराब दुकानें
राजधानी में अभी 43 शराब दुकानें घनी आबादी के बीच हैं। हाइवे की 11 दुकानों को भी अंदर करना है। रायपुर शहर के क्षेत्रफल 226 वर्ग किमी के हिसाब से शराब दुकानों के बीच औसतन दूरी करीब सवा पांच किमी है। हाइवे की 11 खुलते ही हर 4 किमी पर एक शराब दुकान हो जाएगी।
ऐसे ही जांजगीर नगर निगम का क्षेत्रफल महज 6.5 वर्ग किमी है। यहां शहर के बीच में दो शराब दुकान हैं। इस हिसाब से सवा तीन किमी की दूरी पर दुकानें हुईं। वहां हाइवे किनारे की छह दुकानें शहर में आई तो हर एक किमी से भी कम दूरी पर एक दुकान होगी।