रिजर्व बैंक ने निर्दिष्ट बैंक नोट (एसबीएन) पर यह स्पष्टीकरण इन खबरों के बाद दिया है कि 30 दिसंबर तक बैंकों के पास 95 प्रतिशत से अधिक पुराने नोट वापस आ चुके हैं। पुराने नोट जमा कराने की यह आखिरी तारीख थी। आरबीआई ने कहा कि विभिन्न हल्कों में जमा कराए गए पुराने नोटों के बारे में अनुमान लगाए जा रहे हैं।
बैंक ने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहता है कि समय-समय पर जो आंकड़े जारी किए हैं वे देशभर में बड़ी संख्या में करेंसी चेस्ट के आंकड़े पर आधारित हैं। चूंकि अब नोटबंदी की योजना पूरी हो गई है ऐसे में आंकड़ों का उपलब्ध पुराने नोटों के साथ मिलान किया जा रहा है, जिससे संभावित गलतियों या दोहरी गिनती से बचा जा सके।