बुजुर्गों ने कहा- हमें खुले में ही जाने पर मिलता है सुकून

ग्वालियर, नईदुनिया न्यूज। खुले में शौच मुक्त घोषित ग्वालियर के सर्वे के लिए आई क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) टीम ने मंगलवार को ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों का निरीक्षण किया। यहां कुछ स्थानों को छोड़कर अन्य सभी लोगों के घर निजी शौचालय बने मिले। शौचालय होने के बाद भी गांव के कुछ बुजुर्गों ने स्वीकार किया कि वह घर में शौचालय होने के बाद भी खुले में ही शौच के लिए जाते हैं।

ग्रामीण क्षेत्र के वार्ड 61 से 66 में क्यूआईसी टीम सदस्यों ने निरीक्षण के दौरान लोगों से यह पूछा कि वह शौच के लिए कहां जाते हैं। युवा व महिलाओं का कहना था कि वह टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं। वहीं बुजुर्गों ने कहा कि उन्हें खुले में ही जाने की आदत और वहीं उन्हें सुकून मिलता है। निगम अमले द्वारा जब यह कहा गया कि ऐसा करना अपराध है, जुर्माना हो सकता है तो कहने लगे कि कभी-कभी ही जाते हैं।

पानी के लिए हैंडपंप

ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों में टॉयलेट में पानी के लिए हैंडपंप की ही व्यवस्था मिली। शिक्षकों ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में हैंडपंप के जरिए ही पानी मिलता है। इस पानी को टंकी में भरने के लिए मोटर पंप आदि की व्यवस्था नहीं है। निरीक्षण दल की एक टीम ने शहरी क्षेत्र के शेष रह गए वार्ड 59 व 60 का भी निरीक्षण किया।

 

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