दस लाख की कंप्यूटराइज्ड ड्रिप सिंचाई मशीन 5 लाख में बनाई

जगदलपुर, दीपक पांडेय। बस्तर के किसानों और इंजीनियर ने इसराइल की तकनीकी पर आधारित देश का पहला स्वदेशी कम्प्यूटराइजड ड्रिप सिंचाई मशीन लांच कर एक बड़ा कमाल किया है। इसराइल, जर्मनी तथा स्पेन जैसे अन्य विदेशी कंपनियों की इसी तरह की मशीन की लागत जहां दस लाख रुपए से अधिक आती है वहीं बस्तर की इस खोज स्मार्ट एफ-4 महज 5 लाख रुपए में किसानों के खेतों में इंस्टाल होगा।

वहीं इस मशीन में कई अन्य ऐसे आकर्षक फिचर दिए गए हैं जो विदेशी कंपनियों की मशीनों में उपलब्ध ही नहीं है। जगदलपुर में 4 दिसम्बर को छत्तीसगढ़ किसान मेला में प्रदेश के वन मंत्री महेश गागड़ा ने स्मार्ट एफ-4 मशीन को लांच किया।

जगदलपुर के हाइटेक किसान राजेश नायडू और किसान एवं इंजीनियर पार्थ सारथी के मार्गदर्शन में स्थानीय इंजीनियर दीपक ध्रुव के साथ स्मार्ट एफ-4 मशीन का इजाद किया गया है। राजेश नायडू ने नईदुनिया को बताया कि इस मशीन में कम्प्यूटर के माध्यम से ड्रिप सिंचाई पद्घति में पौधों को कितना खाद व पानी किस दिन और कितने समय देना है इसकी पूर्व प्रोग्रामिंग की सुविधा दी गई है। इसके साथ ही किसानों को मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम पूरी सिंचाई व्यवस्था की जानकारी खेत में न रहने पर घर बैठे ही मिलेगी।

किसान ने यदि खेत में अलग-अलग सब्जियों का उत्पादन लिया है तो प्रोग्रामिंग के माध्यम से अलग-अलग स्वचालित सिंचाई इस मशीन के माध्यम से होगी। बिजली गुल होने पर मशीन से सिंचाई बंद हो जाएगी पर बिजली आने पर किसान के खेत में न रहने पर भी सिंचाई स्वतः चालू हो जाएगी। इसके अलावा यह मशीन इलेक्ट्रिक कंडेक्टिविटी के साथ भूमि के पीएच मान को नियंत्रित व उसकी मॉनीटरिंग भी करेगा।

क्या खास है मशीन में

राजेश ने बताया कि इस मशीन में स्पेन, जर्मनी और इसराइल के उपकरण लगाए गए हैं। इसी तरह की टेक्नोलॉजी पर आधारित आयातित मशीन वर्तमान में देश में प्रचलित है पर स्मार्ट एफ-4 में के कुछ अतिरिक्त फिचर जैसे डेट वाइज प्रोग्रामिंग, मोबाइल एप्लीकेशन से एसएमएस की सुविधा तथा प्रोग्रामिंग करने के वक्त गलती को पकड़ना, इसे आयातित से बेहतर बनाता है। आयातित मशीन की लागत जहां 10 लाख रुपए आती है वहीं स्मार्ट एफ-4 को महज पांच लाख रुपए अंचल के किसानों के खेतों में इंस्टाल किया जाएगा और ऑफ्टर सेल्स सर्विस के तहत दो साल की गारंटी भी दी जाएगी।

किसानों को यह और सस्ते में उपलब्ध हो इसके लिए शासन को अनुदान के अनुमोदन के लिए प्रस्ताव भेजा जाएगा। लांचिंग के साथ ही किसान मेला में पहुंचे छत्तीसगढ़ और ओडिशा के करीब डेढ़ सौ उन्नत किसानों ने स्मार्ट एफ-4 में रूचि दिखाई है। राजनांदगांव के किसान मंजीत सिंह सलूजा, मालगांव के जगन्नाथ राय, मोंगरापाल के सुमित चावड़ा तथा कोलचूर के किसान भरतभाई चावड़ा ने बुकिंग भी कराई है।

काम मांगने आए थे कर दिया कमाल

राजेश नायडू बस्तर के हाइटेक किसान हैं जिन्होंने इसराइल में जाकर वहां की आधुनिक खेती का गहन अध्ययन किया है और वे नई तकनीकों को बस्तर में लागू करने में अव्वल रहे हैं। कहते हैं कि आवश्यकता आविष्कारों की जननी है और कुछ ऐसी ही है स्मार्ट एफ-4 केआविष्कार की कहानी। राजेश ने बताया कि इंजीनियर दीपक ध्रुव साल भर पहले उनके पास प्रोजेक्ट के सिलसिले में मिलने आए थे। राजेश के पास आयातित मशीन तो थी पर उसके बार-बार खराब होने और सुधरवाने के लिए बाहर से इंजीनियर बुलाने की समस्या से वे परेशान थे।

उन्होंने इंजीनियर को अपनी समस्या बताई तथा उनकी आवश्यकता के अनुसार मार्गदर्शन पर छह माह के अथक प्रयास के बाद आयातित मशीन से भी बेहतर दर्जे का मशीन तैयार कर लिया गया। छह माह तक फार्म हाउस में परीक्षण के उपरांत कसौटी पर खरा उतरने के बाद अन्य किसानों को भी इसका लाभ उपलब्ध कराने के लिए व्यवसायिक तौर पर लांचिग कर दी गई।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *