नई दिल्ली। केंद्र सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद से देशभर में जारी अफरातफरी के माहौल के बीच एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। यह रिपोर्ट बताती है कि देश के अमीर और अमीर हो गए हैं और गरीब तबका और गरीब। यह रिपोर्ट क्रेडिट सुइस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने जारी की है।
यह कहती है रिपोर्ट
क्रेडिट सुइस रिसर्च इंस्टीट्यूट की ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट 2016 बताती है कि सिर्फ 1 फीसद भारतीयों के पास ही देश की 58.4 फीसद संपत्ति है। 2015 में यह आंकड़ा 53 फीसद का रहा था। ब्रिक्स ग्रुप में सबसे कम लोगों के पास सबसे अधिक संपत्ति के मामले में रूस सबसे आगे है।
देश के युवाओं के पास है कम पैसा
इस रिपोर्ट की मानें तो भारत में संपत्ति तो बेशक बढ़ रही है लेकिन इसका फायदा हर वर्ग तक नहीं पहुंच रहा है। भारतीयों के एक खास वर्ग के पास धन की अब भी कमी है। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि 96 फीसद वयस्क आबादी की संपत्ति 6.84 लाख रुपए (10,000 डॉलर) से कम है।
मुट्ठीभर अमीरों के पास देश की 80.7 फीसद संपत्ति
इस रिपोर्ट की मानें तो सिर्फ 10 फीसद अमीरों के पास देश की 80.7 फीसद संपत्ति है। संपत्ति का यह पैमाना पूरी दुनिया में एक जैसा है। वैश्विक स्तर पर 10 फीसद आबादी के पास 89 फीसद संपत्ति है। वहीं बीते साल यह आंकड़ा 87.7 फीसद का रहा था।