राज्य की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने गुरुवार को को हुगली जिला स्थित सिंगुर के समीप गोपालनगर में किसानों को वास्तविक रूप से जमीन सौंपते हुए कहा कि उन्होंने 2006 में जो वादा किया था, उसे निभाया है। उन्होंने कहा कि किसानों से किए गए वादे को पूरा करने के लिए लंबी राजनीतिक व कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं मिलता, मौजूदा स्थिति में उसे छीनना पड़ता है। ममता ने कहा कि 997 एकड़ में से 65 एकड़ को छोड़ कर शेष जमीन किसानों को सौंपे जाने के लिए तैयार है। दस नवंबर तक समूची जमीन का कब्जा सौंपने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। गुरुवार को जैसे ही व्यवस्थित तरीके से किसानों को जमीन मिली, उन्होंने एक-दूसरों बधाई देते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 90 फीसद जमीन को समतल बनाने का काम पूरा हो गया है। सिंगुर में भूमि को समतल और उसे कृषि योग्य बनाने में ब्लॉक, जिला व राज्य स्तर के अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई है। साथ ही राज्य के कई मंत्रियों व विधायकों जो तत्परता दिखाई उसी का नतीजा है कि तय समय से पहले 90 फीसद जमीन कृषि योग्य बना ली गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन वापसी प्रक्रिया में पूरी ईमानदारी बरती गई है और पारदर्शिता के साथ व्यवस्थित तरीके से किसानों को उनकी जमीन दी जा रही है।