तापमान में उतार-चढ़ाव और फसलों को जलाये जाने के कारण दिल्ली की वायु की गुणवत्ता अब भी बहुत खराब बनी हुई है। पूरे सप्ताह इस स्थिति के जारी रहने की संभावना है। लोक निर्माण मंत्री सत्येंद्र जैन की अगुवाई में राष्ट्रीय राजधानी की आप सरकार के अंतर-मंत्रालयी कार्य दल की बैठक हुई। इसमें हवा की खराब होती गुणवत्ता की स्थिति से निपटने के उपायों पर चर्चा की गयी। सफर के अनुसार शहर की वायु गुणवत्ता 316 रही, जो खतरे की स्थिति में है।
सूक्ष्म प्रदूषकों पीएम 2.5 का स्तर 60 के मुकाबले 140.6 और पीएम 10 का स्तर 100 के मुकाबले 270.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। नासा के वेब फायर मैपर में पंजाब और हरियाणा में लाल डॉट दिखाया गया है, जिसका मतलब है कि उन इलाकों में किसान बड़े पैमाने पर फसल की ठूंठ को जला रहे हैं, जिसका धुआं दिल्ली और एनसीआर तक में फैल रहा है।