उत्तर प्रदेश के एक गांव में मंगलवार (13 सितंबर) को पूरे 11 साल बाद बिजली आ सकी। जिस गांव में पिछले 11 साल से बिजली नहीं थी उसका नाम बिधिया है। वह एटा जिले में पड़ता है। इस गांव में बिजली लाने का श्रय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तो जाता ही है लेकिन साथ-साथ इसमें वहां रहने वाली एक लड़की का भी बहुत योगदान है। दरअसल, 23 साल की दीप्ति मिश्रा ने पीएमओ के पास लाइट ठीक करने के लिए ऑनलाइन एप्लिकेशन डाली थी। उसपर संज्ञान लेते हुए ही पीएम ने मामले में हस्तक्षेप किया। दीप्ति के इस कदम से गांव के सभी लोग काफी खुश हैं। गांव के रणवीर सिंह नाम के बुजुर्ग ने कहा, ‘दिप्ति ने वह काम कर दिखाया जो पिछले 11 साल में किसी ने नहीं किया। वह काफी समझदार लड़की है।’
क्या थी बिजली ना होने की वजह: गांव में जनवरी 2005 में पॉवर की लाइन डाल दी गई थी। वह लाइन उस ही साल के जून में किसी वजह से खराब हो गई। तब से अबतक गांववाले लाइट ठीक करवाने के लिए इधर से उधर चक्कर मारते रहे लेकिन लाइट का कुछ ना हो सका। जहां एक तरफ गांव वालों ने थककर हार मान ली वहीं दीप्ति लगातार कोशिश करती रही। हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक,अब विद्युत निगम लिमिटिड (DVVN) के इंजीनियर राज कुमार ने लाइन के ठीक होने की पुष्टि की थी।
क्यों नहीं हो रही थी सुनवाई: दरअसल, इस गांव में किसी के पास भी बिजली का पक्का कनेक्शन नहीं था। यानी किसी के घर में भी मीटर नहीं था। ऐसे में उनकी शिकायत की सुनवाई ही नहीं होती थी। विभाग हर बार यही कहता कि शिकायत उन्हीं की होती है जिनका कनेक्शन हो। इसपर हिंदुस्तान टाइम्स के बात करते हुए दीप्ति ने कहा कि लोगों ने मीटर इसलिए नहीं लगवाए थे क्योंकि गांव में बिजली थी ही नहीं। अब जब बिजली आई है तो लोग मीटर भी लगवा ही लेंगे। दीप्ति के पिता ने कहा कि उन्हें अपनी बेटी पर बहुत गर्व है। दीप्ति इस वक्त नोएडा में रहकर पत्रकारिता की पढ़ाई कर रही हैं।