डेंगू व चिकुनगुनिया के बढ़ते मामलों के बाद अब दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर व कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। मरीजों के लिए अस्पतालों में डाक्टर नर्स व अन्य स्वास्थ्य महकमे से जुड़े कर्मचारी उपलब्ध रहे। इस इरादे से यह अहम फैसला लिया गया है। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वे अब तक एक दर्जन से अधिक अस्पतालों की जांच कर चुके हैं और अस्पतालों में मरीजों की सुविधा के लिए बिस्तरों की कमी नहीं है।
अस्पतालों को आदेश मरीज आएं तो मना नहीं करेंगे
अस्पतालों में मरीजों के उपचार के लिए सभी इंतजाम किए गए हैं और दवाएं भी उपलब्ध है। अस्पतालों को साफ कहा गया है कि वे किसी भी मरीजों को भर्ती करने से इंकार नहीं करे। इस समय दिल्ली सरकार के अस्पतालों में करीब 2000 बिस्तर खाली है। उन्होंने बताया कि चिकुनगुनिया के मामले में अब तक मौत के जो मामले सामने आए हैं। उसमें यह देखने को मिला है कि मरीज अन्य बीमारी से भी पीड़ित था।
ओपीडी में दोगुना हो गई मरीजों की संख्या
दिल्ली सरकार के अस्पतालों, डिस्पेंसरी, मोहल्ला क्लीनिक में आने वाले मरीजों की संख्या दो गुनी हो गई है। अब तक सामान्यतौर पर अस्पताल में प्रतिदिन 1 लाख के करीब मरीज उपचार के लिए ओपीडी में आते थे। इन दिनों में ओपीडी में मरीजों की संख्या का आंकड़ा 2 लाख तक दर्ज किया जा रहा है।
कर्मचारियों की आवश्यता है तो करें भर्ती
दिल्ली सरकार ने साफ कहा है कि यदि इन बीमारियों की रोकथाम के लिए कर्मचारियों की आवश्यकता है तो तुरंत इन कर्मचारियों की भर्ती की जाए। इसके लिए जिसके माध्यम से आदेशों की आवश्यकता है। उसके लिए दिल्ली सरकार सहयोग करेगी।
एमसीडी को आदेश निर्माण साइट पर हो चालान
दिल्ली के विभिन्न इलाकों में निर्माण कार्य चल रहे हैं। इन जगहों पर पानी भरकर रखा गया है। इस साफ पानी में मच्छरों की उत्पत्ति पाई जा रही है। इन जगहों पर निगमों को स्पष्ट आदेश दिए गए हैं कि ऐसे सम्पत्ति मालिकों को नोटिस जारी किया जाए और उनका चालान किया जाए।
बचने के लिए ये बरतें एतियात
– 10 के अंदर में एक बार दवा छिड़काव घर में करें
– कपड़े आधी बाजू के नहीं पहने
– सादा पानी नहीं पीएं, आरआरएस, शिकंजी व जूस आदि लें
– बिना डाक्टर की अनुमति के कोई दवा नहीं लें
राजनीति भूले नहीं हैं, कुछ दिन के एक दिल्ली बनकर काम करेंगे : कपिल मिश्रा
डेंगू व चिकुनगुनिया के बढ़ते मामलों को कम करने के लिए आप विधायक अब भाजपा नेताओं के कंधे से कंधे मिलाकर काम करते नजर आएंगे। अब तक चल रही आरोंपो की नीति को छोड़कर आप सरकार की तरफ से मंत्री कपिल मिश्रा ने यह पहल की है। इससे सभी सांसदों व भाजपा नेताओं को जोड़ा गया है। उनसे जब अब तक के आरोपों के मामले में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति भूले नहीं है लेकिन बीमारियों से लड़ने के लिए एक दिल्ली टीम बनकर काम करने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्होंने सबको एक खुलापत्रलिखा था।
उन्होंने बताया कि इस पहल की शुरुआत सोनिया विहार इलाके में सांसद मनोज तिवारी के साथ कर दी है। जल्द ही इस मुहिम से कई विशेष आमंत्रित लोग व समाज सेवी संगठन भी जुड़ेंगे। इसके अतिरिक्त अन्य सांसदों से भी उनको सहयोग मिला है। केवल सांसद महेश गिरी बीमार होने की वजह से और डॉ. हर्षवर्धन से किन्हीं कारणों से बात नहीं हो पाई है। मुख्यमंत्री से हुई वार्ता के बाद उन्होंने यह पहल की है।