एक तरफ यूनेस्को (UNESCO) की रिपोर्ट में ये सामने आया है कि भारत साक्षरता अभियान के लक्ष्यों में करीब 20 साल पिछड़ गया है वहीं यूनेस्को से ही भारत के लिए एक अच्छी खबर भी आई है। केरल के एक NGO को इस साल यूनेस्को का कन्फ्युशियस प्राइज़ ऑफ़ लिट्रेसी (Confucius Prize for Literacy) देने का ऐलान किया गया है। ये सम्मान इस एनजीओ को पेरिस में एक कार्यक्रम के दौरान दिया जाएगा।
केरल के मलप्पुरम स्थित जन शिक्षण संस्थान (JSS) को बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में उसके अप्रतिम योदगान के लिए ये पुरस्कार देने का फैसला लिया गया है। बता दें कि ये एनजीओ बच्चों के लिए पूर्ण शिक्षा के अलावा कई स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम भी चलाता है। एनजीओ के सभी कार्यक्रम ग्रामीण इलाकों में चलाए जाते हैं। एनजीओ इस बात का ख्याल भी रखता है कि आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आने वाले बच्चों की आजीविका भी चलती रहे और उनकी पढ़ाई में भी कोई बाधा नहीं आए।
JSS के चेयरमैन और राज्यसभा सदस्य पीवी अब्दुल वहाब और यूनिट डायरेक्टर वी उम्मेरकोया ये पुरस्कार लेने के लिए पेरिस जाने वाले हैं। यूनेस्को के एजुकेशन मिनिस्टर ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान Global Report on Adult Learning and Education (GRALE 3) भी लॉन्च की जाएगी। इस कार्यक्रम में विश्व भर के शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोग भाग लेने वाले हैं।