सांसद बैस के आदर्श ग्राम गिरौद के लोग पी रहे श्मशान का पानी

रायपुर, भोलाराम सिन्हा। पूर्व केंद्रीय मंत्री व रायपुर लोकसभा क्षेत्र से सात बार के सांसद रमेश बैस के गोद लिए ग्राम गिरौद के लोग श्मशानघाट का पानी पीने को मजबूर हैं। पाइप लाइन बिछाने के नाम पर गलियों को खोद दिया गया है। इसके बावजूद लोगों के घर तक पीने का साफ पानी नहीं पहुंचा है।

खुदी गलियां कीचड़ से भरी हैं। बच्चों के खेलने के लिए गांव में मैदान भी नहीं है। गिरौद के लोग अपने गांव को आदर्श सांसद ग्राम चुने जाने से खुश तो हैं, लेकिन अपेक्षित विकास नहीं होने से दुखी भी हैं। पूछने पर वे कहते हैं- काहे का आदर्श ग्राम, यहां तो बस समस्याएं ही समस्याएं हैं। विकास के नाम पर गांव में केवल पाइप लाइन बिछाई जा रही है, वह भी आफत बन गई है।

‘नईदुनिया’ ने राजधानी रायपुर से करीब पंद्रह किमी दूर धरसींवा ब्लॉक के आदर्श सांसद ग्राम गिरौद का जायजा लिया। गांव में प्रवेश करते ही बुजुर्ग बिरझू निषाद से बात हुई, उन्होंने बताया कि गांव में विकास के नाम पर बताने लायक कुछ भी काम नहीं हुआ है।

केवल तालाब का गहरीकरण हुआ है, लेकिन सौंदर्यीकरण नहीं किया गया है। जत्थाराम बंजारे, दुर्गेश यादव व कृष्ण कुमार सिन्हा आए और गांव की समस्याएं गिनाने लगे। बताया कि प्रायमरी स्कूल में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण बरसात का पानी भर जाता है।

पंचायत भवन का वाईफाई बंद

नईदुनिया की टीम नए पंचायत भवन में पहुंची तो वहां बिजली गुल थी। वहां मौजूद कोटवार मंगलदास ने बताया कि यहां आए दिन बिजली की आंख मिचौली चलती रहती है। पंचायत भवन में वाईफाई टॉवर लगा है, जो बंद है।

स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव

गांव के लोग इलाज के लिए मांढर, धरसींवा या रायपुर जाते हैं। उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन में जाने पर गेट बंद मिला। वहां न तो कोई डॉक्टर था और न ही नर्स। गांव के डाकघर की हालत बेहद खराब थी।

प्रदूषण से हैं त्रस्त

गांव के चारों ओर औद्योगिकीकरण होने के कारण लोग प्रदूषण से त्रस्त हैं। काले धुएं, धूल के कारण तालाब का पानी प्रदूषित हो जाता है। घरों की छतों पर काली डस्ट गिरती है।

फंड की कमी : सरपंच

गिरौद के सरपंच चंद्रकुमार नायक ने कहा फंड की कमी के कारण अपेक्षित विकास नहीं हो पा रहा है।

पैदल चलना मुश्किल

गलियों में घरों का गंदा पानी बहता दिखा। यशोदा वर्मा, राधा वर्मा, अनुसूइया निषाद, रमा गोस्वामी व

द्रोपदी वर्मा ने बताया कि पाइप लाइन बिछाने गलियों को खोद दिया गया है, जिसमें चलना मुश्किल हो गया है। घरों तक पानी भी नहीं पहुंच रहा है।

पढ़े-लिखे युवा घूम रहे बेरोजगार

गांव आसपास औद्योगिक विकास के बावजूद ज्यादातर पढ़े-लिखे युवा इंजीनियर व पॉलिटेक्निक की पढ़ाई कर चुके युवा तक बेरोजगार घूम रहे हैं। इलेक्ट्रिकल इंजीनियर राजेश वर्मा पान ठेला चलाते हैं। कुछ शिक्षित युवा उद्योगों में मजदूरी करते हैं। गिरौद में बैंक ऑफ बड़ौदा की एक ब्रांच खुली थी, वह भी नहीं चली। आदर्श गांव में एटीएम नहीं है। नेट कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण गांव में चॉइस सेंटर भी बंद है।

सांसद ने कहा- फंड की कोई कमी नहीं

सांसद रमेश बैस का कहना है कि आदर्श ग्राम गिरौद केविकास के लिए फंड की कोई कमी नहीं है। वे खुद गांव जाकर वहां चल रहे विकास कार्यों का जायजा लेंगे। इसके पहले कलेक्टर व जिला पंचायत सीईओ को गांव जाकर लोगों से उनकी समस्याओं को लेकर चर्चा करने कहा है। बैस ने बताया कि मुख्यमंत्री ने भी गांव के विकास के लिए पर्याप्त राशि उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया है।

 

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