उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या करने का मामला सामने आया है। 22 वर्षीय युवक पर एक दुकानदार और उसके साथियों ने एक मेले में लगाए गए स्टॉल से घड़ियां चुराने का आरोप लगाया था। FIR के अनुसार, पहले आरोपियों ने अवनीश (पीड़ित) को पकड़ा। फिर उससे उसकी जाति पूछी। जब उसने कहा कि वह दलित है, तो कथित तौर पर अवनीश को पीटा गया और एक डंडे से सिर पर वार किया गया। चोट की वजह से उसकी मौत हो गई। अवनीश के पड़ोसी और शिकायतकर्ता, 14 वर्षीय प्रसून को उसे बचाने की कोशिश में चोटें आई हैं। बुधवार को पुलिस ने इस मामले में दुकानदार पुष्पेन्द्र सिंह और संजीव वर्मा को गिरफ्तार किया है। बताया जाता है कि घड़ियां सिंह की दुकान से चोरी हुई थीं। दोनों को गुरुवार (11 जुलाई) को अदालत के सामने पेश किया जाएगा। पुलिस अवनीश की पिटाई करने वाले दो अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।
गोला पुलिस स्टेशन प्रभारी अशोक पांडेय ने कहा कि अवनीश और प्रसून सोवार रात को गोला गोकर्णनाथ मंदिर और भूतनाथ मेला जाने के लिए निकले थे। पांडेय के मुताबिक, प्रसून ने उन्हें बताया है कि वह और अवनीश रात करीब दो बजे मेले के एक स्टॉल पर घड़ी खरीदने के लिए रुके। घड़ियां देखते वक्त कथित तौर पर अवनीश ने तीन घड़ियां उठाकर जेब में रख लीं। लेकिन उसे सिंह ने देख लिया और गालियां देना शुरू कर दिया। जल्द ही बाकी दुकानदार भी अवनीश की पिटाई में शामिल हो गए। लेकिन अवनीश समझाने की कोशिश करता रहा कि उसने घड़ियां जेब में रखीं और वह उसका पैसा देने ही जा रहा था जब पुष्पेन्द्र की नजर उसपर पड़ी। एेसा प्रसून ने अपनी शिकायत में लिखा है। शिकायत में कहा गया है कि दुकानदार ने अवनीश से उसकी जाति पूछती और दलित बताने पर उसे पीटना शुरू कर दिया।
प्रसून ने पुलिस को बताया कि उसने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उसे भी पीटा गया, वह उनसे जान बचाने के लिए भाग गया। आरोपियों ने अवनीश को वहीं बेहोश छोड़ दिया। बाद में, कुछ दुकानदार अवनीश को जिला अस्पताल लेकर आए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मामले में चार के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या और SC/ST (अत्याचार निवारण) एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।