गेहूं में दीमक लगी मिली, वेयर हाउस में मिला पानी

भिंड। सेंट्रल वेयर हाउस के गोदाम में रखे गेहूं में दीमक लगना शुरू हो गई है। वेयर हाउस का शेड भी टूटा है, जिससे गोदाम में पानी भर रहा है। ऐसे में वेयर हाउस के 1 नंबर गोदाम में रखे करीब 450 क्विंटल गेहूं खराब होने का खतरा है। यह खामियां खाद्य आपूर्ति विभाग के प्रमुख सचिव अशोक वर्णवाल के निर्दश पर वेयर हाउस की जांच के लिए श्योपुर जिले के अफसरों को मिली। सेंट्रल वेयर हाउस के गोदाम में एक और काफी मिट्टी का ढेर भी मिला, जिसे अफसरों ने नजर अंदाज कर दिया।

मिट्टी की जांच के लिए आए अफसरः

वेयर हाउस में रखे गेहूं और चावल की जांच के लिए बुधवार को श्योपुर जिले के सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन के जिला प्रबंधक जनमेजय शर्मा, श्योपुर वेयर हाउस कॉर्पोरेशन के प्रबंधक अरुण शर्मा और अटेर एसडीएम उमेश शुक्ला ने दोपहर बाद सेंट्रल वेयर हाउस पहुंचकर गोदामों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सेंट्रल वेयर हाउस के मैनेजर मान सिंह और भिंड सिविल सप्लाई कॉर्पोरेशन के जिला प्रबंधक अरुण जैन भी मौजूद रहे। टीम ने गोदाम में रखे गेहूं को चेक किया और उसमें मिट्टी की उपलब्धता की जांच की। जांच के बाद टीम में शामिल अफसरों ने कहा कि गेहूं में मिटटी मानक के अनुसार है। टीम का कहना है कि 1 किलो गेहूं में 75 ग्राम तक मिट्टी को मानक के अनुसार मानते हैं, लेकिन इससे ज्यादा होने पर गड़बड़ी मानी जाती है।

गोदाम में नमी से लग रहा कीड़ाः

सेंट्रल वेयर हाउस में 3 गोदाम हैं। यहां 20 हजार मीट्रिक टन माल रखा जा सकता है। वर्तमान में गोदाम में 4307 मीट्रिक टन गेहूं और 337 मीट्रिक टन चावल रखा हुआ है। टीम में शामिल अफसरों का कहना है कि गोदाम में नमी के कारण राइजो (घुन) और ट्राइगोलियम (पाई) मिले हैं। टीम ने वेयर हाउस मैनेजर मान सिंह को पर्याप्त रसायन लगाने के लिए कहा है। रसायन नहीं लगाने पर करोड़ों रुपए का माल खराब होने का अंदेशा है।

जहां मिट्टी का ढेर, वहां नहीं गएः

सेंट्रेल वेयर हाउस में पीछे की ओर गोदाम के बाहर मिट्टी का काफी बड़ा ढेर लगा हुआ था। इस ओर जांच करने पहुंची टीम गई ही नहीं। वेयर हाउस के अफसरों से भी पूछा गया तो वे मिट्टी के ढेर के बारे में कोई संतुष्टीभरा जवाब नहीं दे पाए। अंदेशा है कि मिट्टी को गेहूं में मिलाने के लिए रखा गया है। हालांकि अफसरों ने इनकार किया है।

11 दिन पहले ही आ गई थी सूचनाः

जिले में वेयर हाउस कीजांच के लिए टीम भले ही बुधवार को आई है, लेकिन वेयर हाउस की जांच होना है इसकी सूचना 22 जुलाई को ही भिंड आ गई थी। यही वजह है कि ज्यादातर वेयर हाउस में व्यवस्थाएं चकाचक कर ली गईं। सेंट्रल वेयर हाउसमें भी गोदाम के टूट शेड को दुरुस्त कराने के लिए सीमेंटेड टीन मंगवा लिए गए।

2 दिन पहले निकाले 200 बोरेः

सेंट्रल वेयर हाउस में ही जांच के दौरान काम करने वाले मजदूर ने नाम नहीं छापने की शत पर बताया कि वेयर हाउस से पिछले2 दिन में खराब गेहूं के 200 के करीब बोरे निकाले गए हैं। इस बात को वेयर हाउस मैनेजर ने सिरे से खारिज किया है। सिविल सप्लाई कार्पोरेशन के जिला प्रबंधक अरुण जैन ने भी इस बात से इनकार किया है, लेकिन मजदूर का वीडियो दिखाने पर सभी अफसरों के माथे पर पसीना जरूर आ गया।

2 दिन में इन गांवों में गया गेहूं:

जिले में 30 जुलाई को बूढ़नपुर, नावलीवृंदावन, शुक्लपुरा, उदोतगढ़, अकोड़ा, खेड़ा मोदना, बरोही, नायब और लावन में 664 बोरी गेहूं सप्लाई किया गया है। इसके अलावा 2 अगस्त को मिहोनी, बलारपुरा, परा, जवासा, देहरा, धरई, मुड़ियाखेरा और प्रतापपुरा गांव में 786 बोरी गेहूं भेजा गया है।

इनका कहना है

हमने सेंट्रल वेयर हाउस के अलावा जवासा, चौधरी ब्रदर्स का वेयर हाउस भी चेक किया है। गेहूं मानक के अनुसार मिला है। नमी के कारण कीड़ा लगता दिखा है। इसको लेकर पर्याप्त रसायन लगाने के लिए कहा है।

जनमेजय शर्मा, प्रभारी, वेयर हाउस जांच दल

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