पटना : राज्य सूचना आयोग कार्यालय में एक व्यक्ति ने एक क्लर्क को रजिस्टर्ड पोस्ट से एक पत्र के साथ 500 रुपये का नोट भेजा है. पत्र में उसने आवेदन को स्पीडी ट्रायल में डालने का आग्रह किया है और बताया है कि उक्त पैसे बच्चों की मिठाई खाने के लिए है. इसके साथ ही यह भी लिखा है कि वे इसके लिए बुरा नहीं मानेंगे.
इस पत्र के आने के बाद राज्य सूचना आयोग ने इसे रिश्वत मानते हुए सचिवालय थाने में लिखित शिकायत की है और आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है. पत्र भेजने वाले ने अपना नाम सरोज मिश्रा व अपना परिचय खगड़िया के गोगरी पंचायत का वार्ड पार्षद होना बताया है. सचिवालय थानाध्यक्ष प्रताप सिंह ने बताया कि सूचना को दर्ज कर लिया गया है और मामले की छानबीन की जा रही है. उन्होंने बताया कि हो सकता है कि किसी दूसरे ने उक्त व्यक्ति के नाम पर इस तरह का पत्र भेज कर फंसाने का प्रयास किया होगा. पूरी छानबीन के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकती है.
क्या लिखा है पत्र में
श्रद्धेय बड़ा बाबू, मै आपके कुशलता की कामना करता हूं. वाद संख्या एनए 339/जी/आर/16 का पुराना संख्या एनए 6050/जी/आर/15 है. इसके आवेदन देने वाले रामविलास सिंह मेरे गुरुदेव हैं. इस वाद को स्पीडी ट्रायल में भेजने में मदद करें. आपके बच्चों की मिठाई खाने के लिए 500 रुपये भेज रहा हूं. कृपया बुरा नहीं मानेंगे. पटना आया तो भेंट करूंगा.