कापसी, ब्यूरो। पहली बारिश ने ही शिक्षा विभाग के दावों की पोल खोल दी है। बारिश के पूर्व स्कूलों में साफ-सफाई, भवन मरम्मत सहित अन्य व्यवस्था के निर्देश शासन द्वारा दिए गए थे। जिसके तहत विभाग के अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा था कि स्कूलों में नए शिक्षण सत्र की पूरी तैयारी कर ली गई है लेकिन शिक्षा विभाग के दावे पहली बारिश में ही धरी की धरी रह गई। परलकोट इलाके के गोडाहुर के पास ग्राम पीवी 50 के प्राथमिक शाला में बारिश होते ही पानी भर गया है जिसके चलते यहां के बच्चों को खड़े होकर पढ़ाई करना पड़ रहा है।
ग्राम पीवी 50 के स्कूल भवन का बारिश पूर्व मरम्मत नहीं किया गया जिसके चलते बारिश का पानी कमरों में टपकते रहता है। हालांकि स्कूल भवन के छप्पर में पॉलीथिन लगाया गया है लेकिन पॉलीथिन लगाए जाने के बाद भी कमरों में पानी भर जाता है। यहां 30 बच्चे अध्ययनरत हैं जो दूर-दराज गांव से आते हैं। इन बच्चो के लिए मात्र दो शिक्षक हैं जो सभी कक्षाओं को पढ़ाते हैं। कमरे में पानी भर जाने के कारण इन बच्चो को खड़े होकर ही पढ़ाई करनी पड़ती है। जिसके चलते कई बच्चे स्कूल ही नहीं आते। यहां बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
स्कूल की शिक्षिका संगीता कर्माकार ने बताया कि स्कूल की समस्याओं के बारे में कई बार लिखित रूप से शिकायत विभाग को किया जा चुका है पर आज तक समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ। उन्हें भी भींगकर और बच्चों को खड़े कराकर पढ़ाना पड़ता है। उन्होंने बताया कि अभी तो पॉलीथिन लगाकर पानी को रोकने की कोशिश की जा रही है लेकिन इस पॉलीथिन से पूरी बारिश का सामना करना कठिन हो जाएगा।