रायपुर। देश की राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण नीति छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लांच होगी। 4 व 5 जुलाई को केंद्रीय खान मंत्रालय के अफसर, खनिज उत्पादक बारह राज्यों के खनिज मंत्री, सचिव सहित निवेशक, खनन कंपनियों के प्रतिनिधि, शिक्षा व अर्थशास्त्री जुटेंगे। पूरे देश में पहली बार छत्तीसगढ़ में खनन व खनिज पर राष्ट्रीय स्तर का सम्मलेन किया जा रहा है।
केंद्रीय खनन मंत्रालय व छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से आयोजित इस सम्मेलन में खनन व खनिज क्षेत्र से जुड़े लगभग चार सौ लोग हिस्सा लेंगे। केंद्र सरकार इस सम्मेलन में नई खनन खोज नीति, राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण नीति, खनिज पट्टों के आवंटन की नीति तथा परमाणु खनिज नियम लांच करेगी। नई नीति जारी होने के बाद निजी क्षेत्र को भी निवेश का मौका मिलेगा।
सम्मेलन में राष्ट्रीय स्तर पर खनिज क्षेत्रों का रोड मैप भी बनाया जाएगा। खनन उद्यमियों के लिए स्टार रेटिंग सिस्टम भी लाया जाएगा, जिससे गुणवत्ता के आधार पर उद्यमियों को पुरस्कृत करने की योजना है।
बताया गया है कि केंद्र सरकार खनिज प्रसंस्करण, स्पंज आयरन, स्टील उद्योगों में भी निजी निवेश को बढ़ावा देना चाहती है। वर्तमान में खनन उद्योग को वैश्विक मंदी के बीच कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। केंद्र ने खान और खनिज (विकास और विनियमन) संशोधन अधिनियम 2015 के पारित होने के बाद कई नीतिगत कदम उठाए हैं। लौह अयस्क, बॉक्साइट, चूना पत्थर व सोने की तरह अन्य खनिज खदानों की नीलामी की प्रक्रिया चल रही है।
खनन का वार्षिक प्लान भी
केंद्र सरकार ने सभी खनिज उत्पादक राज्यों को खनन का वार्षिक प्लान तैयार करने कहा है। पूर्व में जारी हुए खनन पट्टों का जनवरी, 2017 तक नवीनीकरण किया जाना है, नहीं तो ये पट्टे निरस्त हो जाएंगे। अवैध खनन की रोकथाम के लिए भी ठोस उपाय और खनन क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग पर भी जोर दिया जा रहा है।
जेटली करेंगे उद्घाटन
राज्य सरकार के भौमिकी एवं खनिकर्म विभाग की संचालक रीना बाबा साहेब कंगाले के मुताबिक केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली चार जुलाई को रायपुर स्थित एक निजी होटल में खनन व खनिज पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सम्मलेन में केंद्रीय खनिज और इस्पात मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय राज्यमंत्री विष्णुदेव साय और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
कुमार मंगलम और जिंदल आएंगे
राष्ट्रीय सम्मेलन में देश के कई जाने-माने उद्योगपति भी शिरकत करेंगे। इनमें बिड़ला समूह के कुमार मंगलम बिड़ला व जिंदल समूह के प्रमुख नवीन जिंदल को भी आमंत्रित किया गया है। केंद्र व राज्य सरकारों के अफसरों और उद्योगपतियों के साथ टेबल डिस्कशन होगा।
इन राज्यों के प्रतिनिधि आएंगे
सम्मेलन में जिन राज्यों के खनिज मंत्री व सचिव आएंगे, उनमें छत्तीसगढ़ के अलावा आंध्रप्रदेश, तेलांगाना, झारखंड, ओड़िशा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गोवा, कर्नाटक शामिल हैं।
‘सम्मेलन में केंद्र सरकार नई राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण नीति, खनन खोज नीति व परमाणु खनिज नियम जारी करेगी। खनन व खनिज क्षेत्र के विकास आदि मुद्दों पर भी चर्चा की जाएगी।’ – सुबोध कुमार सिंह, सचिव, खनिज साधन, उद्योग एवं वाणिज्य