नक्सल पीड़ि‍त आदिवासियों के 27 बच्चे चुने गए आईआईटी में

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र के 27 बच्चों का चयन आईआईटी में हुआ है। ये बच्चे प्रयास आवासीय विद्यालय के हैं। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सीएम हाउस में प्रयास विद्यालयों से चयनित इन बच्चों और उनके परिजनों को सम्मानित किया। सम्मान समारोह में सुकमा के सोढ़ी देवा की मां भावुक होकर मुख्यमंत्री के गले लिपट गई। मुख्यमंत्री ने उनको ढांढस बंधाया और कहा कि नक्सल पीड़ित क्षेत्र के बच्चों को आईआईटी पहुंचते देखकर खुशी होती है।

उन्होंने कहा कि इन बच्चों को देखने के बाद इस बात का अहसास हो रहा है कि हमारी सरकार बेहतर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईआईटी में चयनित बच्चों को पढ़ाई के लिए ब्याज मुक्त शिक्षा लोन मिलेगा। इसके ब्याज का भुगतान सरकार करेगी।

आईआईटी के लिए चयनित बच्चों को लैपटाप, शॉल और श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। राजधानी रायपुर सहित राज्य के चार अन्य संभागीय मुख्यालयों में प्रयास आवासीय विद्यालयों का संचालन प्रदेश के नक्सल हिंसा पीड़ित आदिवासी बहुल क्षेत्रों के बच्चों के लिए किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार प्रयास आवासीय विद्यालयों के 27 बच्चों ने आईआईटी जैसे देश के सर्वश्रेष्ठ तकनीकी शिक्षा संस्थानों में दाखिले की योग्यता हासिल कर ली है। अब हम सब का लक्ष्य अगली बार कम से कम एक सौ को और उसके बाद कम से कम दो सौ बच्चों को इन संस्थानों में प्रवेश दिलाने का होगा। उन्होंने इसके लिए सभी स्तरों पर सभी लोगों से संगठित प्रयास करने का आव्हान किया।

उन्होंने कहा कि आपको मिली इस शानदार कामयाबी से मुझे लग रहा है कि स्वयं मुख्यमंत्री और स्कूल शिक्षा मंत्री इस कठिन परीक्षा में सफल हुए हैं। इनमें से अधिकांश दूर-दराज के गांवों में मेहनत-मजदूरी करने वाले परिवारों के हैं। किसी के पिता मनरेगा में मजदूरी करते हैं, तो किसी की माता को सिकलसेल एनीमिया की गंभीर बीमारी है।

इसके बावजूद इन बच्चों ने हिम्मत और हौसले के साथ पढ़ाई कर कामयाबी हासिल की। इनमें से एक छात्र सोढ़ी जोगा सुदूर सुकमा जिले के कोंटा क्षेत्र के ग्राम करीगुडंम (चिंतागुफा) का निवासी है, जिसके माता-पिता के मकान को नक्सलियों ने उजाड़ दिया था और उसके परिवार को कोंटा के शिविर में शरण लेनी पड़ी थी।

डॉ. सिंह ने कहा कि इन बच्चों ने जिस प्रकार की कठिन परिस्थितियों में कामयाबी का मुकाम हासिल किया, वह सचमुच प्रेरणा का विषय है। शहरी क्षेत्रों के बच्चों को भी इनसे प्रेरणा मिलेगी। रायपुर के गुढ़ियारी में वर्ष 2010 में प्रथम प्रयास आवासीय विद्यालय की स्थापना की गई थी।

समारोह में विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, गृहमंत्री रामसेवक पैकरा, आदिमजाति विकास मंत्री केदार कश्यप, अपर मुख्य सचिव एनके असवाल, प्रमुख सचिव अमन कुमार सिंह व आरपी मंडल, सचिव सुबोध कुमार सिंह, जनसंपर्क सचिव संतोष मिश्रा, सचिव आशीष भट्ट, आयुक्त राजेश सुकुमार टोप्पो भी मौजूद थे।

 

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