उज्जैन, ब्यूरो। राज्य शिक्षा केंद्र के एक आदेश से प्रदेशभर में 255 नए इंग्लिश मीडियम स्कूल खुलना थे, मगर नहीं खुल पाए। अफसर पिछले साल खोले गए स्कूलों का फीडबैक लेकर शांत बैठ गए और इस बीच 16 जून से नया शैक्षणिक सत्र प्रारंभ हो गया है व 23 जून से निजी स्कूलों में नि:शुल्क दाखिले की प्रक्रिया भी। अब प्रस्तावित नए अंग्रेजी माध्यम स्कूल न खुलने से क्षेत्रीय पालक अपने बच्चे के एडमिशन को लेकर उलझन मे हैं।
सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अंग्रेजी बोले, इस मकसद से शासन ने हर जिले में अंग्रेजी माध्यम के 10 सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय खोलने के निर्देश दिए थे। कार्रवाई स्वरूप सभी 51 जिलों में पिछले वर्ष 5-5 स्कूल खोल दिए गए और इस साल भी करीब इतने ही खुलना थे, जो नहीं खुल पाए। हालांकि इन्हें खोलने के लिए जून-2016 के शुरूआती सप्ताह में राज्य शिक्षा केंद्र ने मौजूदा स्कूलों के संचालन का फीडबैक चाहा था, जो जिला परियोजना समन्वयकों के माध्यम से पहुंचा भी।
कहा गया कि स्कूल शिक्षा मंत्री पारस जैन के गृह जिले उज्जैन सहित अधिकांश जिलों में गत वर्ष खोले गए स्कूलों में 10-15 बच्चों का प्रवेश तो हुआ मगर उन्हें पढ़ाने के लिए अंग्रेजी माध्यम के योग्य शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई।
जिले में वैसे ही गणित और अंग्रेजी के शिक्षकों की कमी हैं। ऐसे में शासन स्तर पर शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति या प्रतिनियुक्ति के माध्यम से इन स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारा जा सकता है। फीडबैक के आधार पर अब तय होगा कि इस वर्ष नए स्कूल खुलेंगे या नहीं। अगर खुलते हैं तो उनके बेहतर संचालन के लिए क्या नई रीति-नीति सरकार अपनाती है।
मंत्री के जिले में पिछले वर्ष खोले गए इंग्लिश मीडियम स्कूल
1. कन्या माध्यमिक विद्यालय दौलतगंज
2. कन्या माध्यमिक विद्यालय इंदिरानगर
3. माध्यमिक विद्यालय नागझिरी
4. माध्यमिक विद्यालय चिंतामण जवासिया
5. माध्यमिक विद्यालय जैथल
कार्रवाई की चल रही प्रक्रिया
नए इंग्लिश मीडियम स्कूल खोले जाने की कार्रवाई प्रक्रिया में हैं। जिला परियोजना समन्वयकों से प्राप्त नए स्कूलों के प्रस्ताव और फीडबैक की समीक्षा की जा रही है।
-अमिताभ अनुरागी, मीडिया प्रभारी, राज्य शिक्षा केंद्र