भोपाल। एक हजार से ज्यादा पेड़ काटकर विधायकों को आवास मुहैया वाले प्रोजेक्ट से विधानसभा ने हाथ खींच लिए हैं। पेड़ों की कटाई पर भी रोक लगा दी है। हरियाली को हुए नुकसान की भरपाई के लिए चार गुना पेड़ लगाने का निर्णय भी लिया गया है। पुराने और जर्जर हो चुके विधायक विश्रामगृह की जगह नए भवन बनाने विधानसभा ने सात मंजिला बिल्डिंग बनाने का फैसला किया था।
इसके लिए एप्को के माध्यम से प्रोजेक्ट भी तैयार करा लिया है। विधानसभा की खाली पड़ी जमीन पर ये प्रोजेक्ट आना था, लेकिन इस जगह पर छोटे-बड़े पेड़ लगे हुए हैं। एनजीटी में इन पेड़ों को काटने का मामला भी चला था, लेकिन राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) ने हलफनामा देकर कहा था कि 22 एकड़ में से सिर्फ ढाई एकड़ जमीन पर ही निर्माण होगा।
इसके लिए 537 पेड़ काटे या छांटे जाएंगे। जितने पेड़ कटेंगे उससे चार गुना पौधरोपण किया जाएगा। इसके बाद सीपीए को प्रोजेक्ट पर आगे बढ़ने की इजाजत मिल गई थी। इसके मद्देनजर नगर निगम को पेड़ कटाई का काम सौंप दिया था।
पेड़ों की कटाई का मामला सामने आने पर हुई विरोध के बाद गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने प्रोजेक्ट को टाल दिया। उन्होंने कहा कि फिलहाल इस पर रोक लगा दी है। साथ ही पेड़ों की कटाई भी बंद करा दी है। जितने पेड़ काटे गए हैं, उनकी जगह चार गुना पेड़ लगाए जाएंगे।