उस्मानाबाद (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में भीषण सूखे का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर भी साफ दिखाई देने लगा। यहां एक सरकारी अस्पताल में नए मरीजों को भर्ती करना बंद कर दिया गया है। अस्पताल के अधिकारी डॉ.प्रकाश खापर्डे ने कहा कि राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल में दो बोरवेल थे जिनका पानी तीन दिन पहले सूख गया। इस कारण अस्पताल प्रशासन को यह कदम उठाना पड़ा।
अस्पताल मेडिकल कॉलेज से संबद्ध है जिसके 150 छात्रों को जल संकट के कारण दो दिन पूर्व अपने-अपने घर जाने को कह दिया गया। 170 बिस्तरों वाले अस्पताल में इस समय 80 मरीज दाखिल हैं, नया कोई मरीज भर्ती नहीं किया जाएगा।
शिवसेना के जिला अध्यक्ष सुधीर पाटिल ने कहा कि अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर ऐसा निर्णय नहीं ले सकता। मामले की जांच की मांग करते हुए पाटिल ने दावा किया कि शिवसेना अस्पताल को टैंकरों से पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करेगी।