इस साल देश में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान लगाया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि सोने की मांग बढ़ेगी। लेकिन, इसका कोई ठोस आधार नहीं है। वैसे भी गहनों पर उत्पादन शुल्क और चालू खाता घाटे को लेकर यदि कोई परेशानी आती है तो सोने की मांग पर दबाव भी देखा जा सकता है।
दरअसल, मानसून और सोने की मांग में कोई खास संबंध नहीं है क्योंकि 2003 और 2009 में औसत से कम बारिश होने के बावजूद सोने की मांग 15 फीसदी बढ़ी थी। लेकिन, आम तौर पर माना जाता है कि अच्छा मानसून के सीजन में अच्छी बारिश होने से सोने की मांग में सुधार आता है। दिलचस्प है कि 2011-13 में कृषि क्षेत्र का उत्पादन घटने के बावजूद सोने की मांग बढ़ी थी। इसके अलावा 2014-15 में सूखे के बावजूद सोने का आयात 900 टन के स्तर पर पहुंच गया था।