नई दिल्ली/मुंबई/हरिद्वार.लगातार दो साल तक कई राज्यों में सूखे के बाद अच्छी खबर आई है। वेदर फोरकास्ट करने वाली एजेंसी स्कायमेट का दावा है कि इस बार सामान्य से ज्यादा बारिश होगी। वहीं, केंद्र सरकार ने भी पिछली बार से ज्यादा बारिश की पॉसिबिलिटी जताई है। सोमवार को सामने आए दोनों के दावों के पीछे वजह है – सूखे का कारण माने जाने वाले अल नीनो फैक्टर खत्म होना। हो सकती है 105 से 110% तक बारिश…
– नासा और ऑस्ट्रेलियाई एजेंसी ने भी देश में अल नीनो फैक्टर खत्म होने की बात कही है।
– मंगलवार को वेदर डिपार्टमेंट मानसून का अनुमान जारी करेगा।
– स्कायमेट ने बताया कि इस बार 105 से 110% तक बारिश हो सकती है। सामान्य से ज्यादा बारिश की पॉसिबिलिटी 35% है।
– सेंट्रल इंडिया और वेस्टर्न कोस्टल एरिया में अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। तमिलनाडु, नॉर्थ-ईस्ट और दक्षिण कर्नाटक के कुछ इलाकों में कम बारिश हो सकती है।
– एग्रीकल्चर सेक्रेटरी शोभना पटनायक के मुताबिक, मई आखिर तक मानसून के केरल तट तक पहुंचते ही ये फैक्टर कमजोर हो जाएगा। इसके बाद देश भर में समय पर अच्छा मानसून दस्तक देगा।
– रघुराम राजन ने कहा कि मानसून अच्छा रहा तो जीडीपी 7.6% तक पहुंच सकती है। इंटरेस्ट रेट भी कम होंगे।
बारिश न होने से बिगड़े हालात
– 2 साल से 12 से 14% कम बारिश हो रही है। लिहाजा, देश के 12 राज्यों में सूखा पड़ा हुआ है।
– 35% इलाके यानी देश के 688 में से 246 जिले सूखे की चपेट में हैं।
– 2015-16 में 1 करोड़ से ज्यादा फूड प्रोडक्शन घट गया ।
– सूखे से महाराष्ट्र में मोटे अनाज का प्रोडक्शन करीब 41% और दालों का उत्पादन 11% घटेगा।