ओलावृिष्ट से 80 फीसदी चाय की फसल को नुकसान की आशंका

सिलीगुड़ी: पहले से ही बदहाली की मार झेल रहे चाय बागानों को एक और परेशानी का सामना करना पड़ा है. गुरुवार को अचानक आयी बारिश व ओलावृष्टि ने दार्जिलिंग तथा इसके आसपास के चाय बागानों को भारी नुकसान पहुंचाया है. एक अनुमान के मुताबिक चाय के फसल को करीब 60 से लेकर 80 प्रतिशत का नुकसान पहुंचा है. हैप्पी वैली, पानदाम, कुसुमबैंक, रागेरूग व रिसिहाट चाय बागान को ओले पड़ने से काफी नुकसान का सामना करना पड़ा है.

ओलावृष्टि ने ‘फर्स्ट फ्लश’ चाय को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है. दार्जिलिंग टी एसोसिएशन के सचिव संदीप मुखर्जी ने बताया है कि ओलावृष्टि की वजह से चाय उत्पादकों को काफी नुकसान हुआ है. अब भी विभन्न चाय बागानों से नुकसान के मामले सामने आ रहे हैं. चाय के पौधे और नयी चायपत्ती ‘फर्स्ट फ्लश’ पूरी तरह से तबाह हो गये हैं.

क्या है फर्स्ट फ्लश चाय
चाय उद्योग में ‘फर्स्ट फ्लश’ चाय को सबसे कीमती चाय माना जाता है. मौसम की जो पहली पत्तियां तोड़ी जाती हैं, उसे ‘फर्स्ट फ्लश’ चाय कहते हैं. इस चाय की विदेश में काफी मांग है. चाय उत्पादक मुख्य रूप से ‘फर्स्ट फ्लश’ चाय को बेच कर ही मुनाफा कमाते हैं. संदीप मुखर्जी का कहना है कि ओलावृष्टि ने चाय उत्पादकों की कमर तोड़ दी है. शीघ्र ही एक रिपोर्ट बनाकर टी बोर्ड को भेजा जायेगा.

बर्फ की हो रही है सफाई
ओलावृष्टि के बाद शुक्रवार को भी कई इलाकों में बर्फ की मोटी परत जमी हुई है. सड़कों पर वाहनों की आवाजाही दूसरे दिन भी प्रभावित रही. नगरपालिका के कर्मचारी स्थानीय लोगों की मदद से सड़क से बर्फ को हटा रहे हैं. बिजली तथा टेलीफोन के तारों की भी मरम्मत की जा रही है. बड़े-बड़े ओले गिरने के कारण आम लोग भले ही परेशान हुए हैं, लेकिन पर्यटकों की बांछे खिल गयी हैं. वहां खूब पर्यटक आ रहे हैं.

बर्फ की मोटी परत जमने की खबर सुनकर शुक्रवार को काफी पर्यटक यहां घुमने आये. बच्चे तथा पर्यटक बर्फ से खेलते देखे गये.

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