बड़वानी(मध्यप्रदेश)। ठीकरी विकासखंड के ग्राम पंचायत सेमल्दा डेब के परिवारों के मुखियाओं ने ग्राम को खुले में शौच से मुक्त कराने के लिए अनूठी पहल की है। मुखियाओं ने प्रण किया कि यदि 31 मार्च के बाद ग्राम में कोई खुले में शौच करता हुआ पाया जाएगा तो उस परिवार के मुखिया को पगड़ी पहनने की पात्रता नहीं रहेगी।
मुखियाओं ने यह प्रण सामूहिक रूप से शनिवार को ग्राम चौपाल में जिला पंचायत सीईओ बी. कार्तिकेयन के समक्ष लिया। टीम के साथ सुबह 5 बजे आए जिपं सीईओ ने ग्राम पंचायत सुराना व सेमल्दाडेब का निरीक्षण कर ग्राम पंचायत के खुले में शौच से मुक्त होने के दावों का जायजा लिया। उन्होंने दल के साथ बैटरी के उजाले में दोनों ग्रामों के मोहल्लों, खेतों और नालों तक का निरीक्षण किया।
मौके पर कुछ ग्रामीणों के घरों में जाकर शौचालयों का जायजा लिया। ज्ञात हो कि कलेक्टर द्वारा जिले में ग्राम पंचायत धमनई को सबसे पहले खुले में शौच से मुक्त होने की घोषणा के साथ जिले में दिन-प्रतिदिन अपनी ग्राम पंचायत को यह दर्जा दिलवाने का दावा पंचायतों के पदाधिकारियों द्वारा किया जा रहा है।