श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर इलाके में बिना मौसम बारिश से खेती बर्बाद हो गई, जिससे किसानों के हालात खराब हैं। इस वर्षा से खेत में सरसों, गेहूं, जौ, चना और अन्य फसलों के नुकसान के सर्वे और इसके लिए मुआवजे की मांग मुद्दे पर किसानों ने कलक्ट्रेट पर सोमवार को प्रदर्शन किया।
इस क्रम में किसानों का एक प्रतिनिधि मंडल जिला कलेक्टर पीसी किशन से मिला। उनके पास अपने खराब हालात को बयां करते हुए किसानों ने कहा कि ‘आप हमारे खेत देखो, खेत जाने की जरूरत नहीं, मालिक ने हमें मारा-पीटा आप हमारी मां हो, हम आपके पास दरख्वास्त लेकर आए हैं’।
किसानों की इस फरियाद के जवाब में कलेक्टर ने कहा कि ओलावृष्टि से फसलों को 100 प्रतिशत नुकसान हुआ है और इसके लिए मुनासिब राहत दी जाएगी।
सर्वे के सवाल पर कलेक्टर ने किसानों को यह कहते हुए झिड़क दिया, ‘ज्यादा बक-बक नहीं करना, मैं ज्यादा दे रहा हूं, अभी तक जेल में डलवा देता।’
किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने कलेक्टर के इस तरह की प्रतिक्रिया को अन्य किसानों को बताया जिससे धरना दे रहे किसानों में आक्रोश फैल गया।
गांव नेतेवाला निवासी किसान रघुवीर ताखर ने कलेक्टर की टिप्पणी पर जमकर हंगामा करते हुए नाराजगी जताई तथा कुछ समय के लिए मुख्य गेट के पास सड़क पर धरने पर भी बैठ गया और कहा कि मुझे जेल में डालो।
वहीं इलाके के कलेक्टर पीसी किशन ने कहा कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं बोला है। उन्होंने आगे कहा कि ओलावृष्टि से प्रभावित इलाके की दस ग्राम पंचायतों में मैं खुद जायजा लेकर आया हूं, नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे के आधार पर जो मुनासिब राशि बनती है वह दी जाएगी।