महाराष्ट्र में 2015 में की 3,228 किसानों ने आत्महत्या, 14 वर्षो में सर्वाधिक

मुंबई। केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि पिछले वर्ष महाराष्ट्र में कम से कम 3,228 किसानों ने आत्महत्या की है जो विगत 14 वर्षो में सर्वाधिक है।
उन्होंने कहा कि खेती को लाभप्रद बनाने और कृषि संकट के कारण किसानों की आत्महत्याओं को रोकने के लिए केन्द्र और राज्य सरकारें दोनों विभिन्न योजनाओं को लागू कर रही हैं।


सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया कि महाराष्ट्र सरकार ने जो सूचना दी है उसके अनुसार 3,228 किसानों ने आत्महत्यायें की हैं और यह संख्या वर्ष 2001 के बाद सर्वाधिक है।


उन्होंने कहा कि ज्यादातर आत्महत्याएं की खबर औरंगाबाद में 1,130 किसानों के द्वारा, अमरावती में 1,179 किसानों द्वारा, नासिक में 4,591 किसानों द्वारा, नागपुर में 362 किसानों द्वारा, पुणे में 96 किसानों द्वारा और कोंकण में दो किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर मिली है।


सिंह ने कहा कि केन्द्र ने चालू वर्ष में सूखे से निपटने के लिए 3,049.36 करोड़ रुपए के धन की मंजूरी दी है। किसानों की आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं को लागू करने के अलावा सूखे की स्थिति से निपटने के लिए अल्प एवं दीर्घावधिक उपायों पर काम कर रही है।

 

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